ओडिशा में कैसे टकराईं तीन ट्रेनें? मैप से समझिए किस ट्रैक पर थी कौन सी रेल
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बहानगा बाजार स्टेशन के पास मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी. इसी बीच चेन्नई से हावड़ा जा रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के पास पहुंची. हर स्टेशन पर दूसरी ट्रेन पास कराने के लिए लूप लाइन होती है. आपको बता दें कि बहानगा बाजार स्टेशन पर अप और डाउन, दो लूप लाइन हैं. मैप के जरिए समझें हादसे के वक्त कौन सी ट्रेन किस रूट पर थी.
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे से पूरा देश सदमे में है. इस हादसे में 261 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और 900 से ज्यादा लोग घायल हैं. यह हादसा कैसे हुआ इस पर कुछ सवाल अब भी खड़े हो रहे हैं. उच्च अधिकारी हादसे की गुत्थी सुलझाने में लगे हैं, लेकिन कुछ सवाल अब भी लोगों के जहन में हैं. ऐसे में आइए मैप के जरिए इस भयानक रेल हादसे को समझने की कोशिश करते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक बहानगा बाजार स्टेशन के पास मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी. इसी बीच चेन्नई से हावड़ा जा रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के पास पहुंची. हर स्टेशन पर दूसरी ट्रेन पास कराने के लिए लूप लाइन होती है. आपको बता दें कि बहानगा बाजार स्टेशन पर अप और डाउन, दो लूप लाइन हैं. किसी भी ट्रेन को लूप लाइन पर तब खड़ा किया जाता है, जब किसी ट्रेन को स्टेशन से पास कराया जाना हो.
मैप से समझें कौन सी ट्रेन कहां खड़ी थी?
कहां खड़ी थी मालगाड़ी?
बहानगा बाजार स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस को पास कराने के लिए मालगाड़ी को कॉमन लूप लाइन पर खड़ा कराया गया था. कोरोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से मेन अप लाइन से गुजर रही थी. उस समय डाउन लाइन से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी गुजर रही थी. गौरतलब है कि यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस का बहानगा बाजार स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं है. ऐसे में दोनों ही ट्रेन की रफ्तार तेज थी.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.