ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद दर्ज की गई FIR, पुलिस की शिकायत पर लिया गया एक्शन
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ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में 275 लोगों की जान गई है. हादसा कई घरों को कभी ना मिटने वाले गहरे जख्म दे गया है. इस बीच अब इस हादसे को लेकर बालासोर GRP ने एक केस दर्ज कर लिया है. मामला स्थानीय पुलिस की शिकायत के बाद दर्ज किया गया है.
ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में 275 लोगों की जान गई है. हादसा कई घरों को कभी ना मिटने वाले गहरे जख्म दे गया है. इस बीच अब इस हादसे को लेकर बालासोर GRP ने एक केस दर्ज कर लिया है. मामला स्थानीय पुलिस की शिकायत के बाद दर्ज किया गया है.
बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिले में 2 जून को तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई थी. बहनागा स्टेशन के पास SMVB-हावड़ा एक्सप्रेस (12864), कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई थी. सबसे पहले हावड़ा एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हुई, उसके बाद मालगाड़ी कोरोमंडल से जा टकराई थी. हादसे में 275 लोगों की मौत हुई थी. 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. कोरोमंडल एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल में कोलकाता के हावड़ा स्टेशन और तमिलनाडु के चेन्नई के बीच चलती है. हादसे में 15 बोगियां पटरी से उतरी थीं. 7 बोगियां पूरी तरह पलट गई थीं.
तीनों गाड़ियों के आपस में टकराने को लेकर रेलवे बोर्ड ने एक और बड़ी जानकारी दी थी. बोर्ड ने ड्राइवरों के हवाले से बताया था कि सिग्नल में गड़बड़ी के कारण यह हादसा हुआ. कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर ने बताया था कि उसने ग्रीन सिग्नल देखकर ही आगे का रास्ता तय किया था. वहीं, यशवंतपुर एक्सप्रेस के ड्राइवर ने हादसे से पहले अजीब-सी आवाज सुनने का दावा किया था. बता दें कि इस भयानक हादसे में कोरोमंडल ट्रेन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था.
कैसे हुआ हादसा?
रेलवे की तरफ से बताया गया कि ट्रेन नंबर 12481 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी, उसी वक्त डिरेल होकर वो अप लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई. ट्रेन पूरी रफ्तार (फुल स्पीड) में थी, इसका परिणाम यह हुआ कि 21 कोच पटरी से उतर गए और 3 कोच डाउन लाइन पर चले गए.
दरअसल, बहानगा बाजार स्टेशन पर इन ट्रेन का स्टॉपेज नहीं है. ऐसे में दोनों ही ट्रेनों की रफ्तार तेज थी. बहानगा बाजार स्टेशन से गुजर रही कोरोमंडल एक्सप्रेस अचानक पटरी से उतरी तो ट्रेन के कुछ डिब्बे मालगाड़ी से जा भिड़े. इसी दौरान हादसे के समय डाउन लाइन से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पीछे के दो डिब्बे भी पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. हादसा भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से करीब 171 किलोमीटर और खड़गपुर रेलवे स्टेशन से करीब 166 किलोमीटर दूर स्थित बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.