
एक रिचार्ज पर TATA की ये इल्क्ट्रिक कार देगी 250 KM का माइलेज, 31 अगस्त से कार बाज़ार में दस्तक
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नई टिगोर ईवी कार 5.7 सेकेंड में 0 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. बैट्री की 8 साल या 1 लाख 60 हजार किलो मीटर की वारंटी भी होगी.
नई दिल्लीः टाटा मोटर्स ने बुध को निजी यात्री कार सेगमेंट में नेक्सन ईवी के बाद अपने दूसरे इलेक्ट्रिक मॉडल टिगोर ईवी से पर्दा उठा दिया है. ऑटो कंपनी की नेक्सन ईवी को काफी कामयाबी मिली है, और घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में इसकी 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है. टिगोर ईवी कंपनी के उच्च वोल्टेज इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर, जिपट्रॉन के जरिए संचालित है और इसे प्रौद्योगिकी, सुविधा और सुरक्षा के आधार पर विकसित किया गया है. टाटा मोटर्स के विपणन प्रमुख (यात्री एवं इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार इकाई) विवेक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत में ईवी को अपनाने वाले एकदम शुरुआती लोग थे, लेकिन अब ईवी की मांग बढ़ रही है. नेक्सॉन ईवी के बेहद सफल अनुभव के कारण विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि ईवी तेजी से मुख्यधारा बन रहे हैं.’’ 21 हजार देकर कर सकते हैं बुकिंग टाटा मोटर्स ने नई टिगोर ईवी की बुकिंग चुनिंदा डीलरशिप पर 21,000 रुपये से शुरू कर दी है, जिसकी डिलीवरी 31 अगस्त से शुरू होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि यह कार सिंगल चार्ज में 250km तक की रेंज देने में सक्षम होगी और इसकी कीमत 15 लाख के भीतर तय की जा सकती है. वाहन निर्माता का दावा है कि जिपट्रॉन टेक्नोलॉजी से नई कार आउटगोइंग मॉडल की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस देगी. इसमें एक IP67 26 kWh लिथियम-आयन बैटरी पैक मिलता है. इसका इलेक्ट्रिक पावरट्रेन 73.75 hp का पावर और 170 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. नई टिगोर ईवी कार 5.7 सेकेंड में 0 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. बैट्री की 8 साल या 1 लाख 60 हजार किलो मीटर की वारंटी भी होगी.
जासूसी की दुनिया में डबल एजेंट वो स्पाई होता है, जो एक देश या संगठन के लिए काम करते हुए गुप्त रूप से उसके दुश्मन या प्रतिद्वंद्वी के लिए भी जासूसी करता है. डबल एजेंट एक पक्ष को भरोसा दिलाते हैं कि वह उनके लिए काम कर रहे हैं, लेकिन असल में वह दूसरे पक्ष को उनकी जानकारी और रणनीतियां पहुंचाते हैं. ऐसा ही एक डबल एजेंट भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ में भी था.

भारत और अमेरिका ने समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए मिलकर आधुनिक समुद्री ड्रोन, ग्लाइडर और निगरानी सिस्टम बनाने का निर्णय लिया है. इस पहल के तहत ऐसे स्वायत्त हथियार बनाए जाएंगे, जो समुद्र में लंबे समय तक काम कर सकें और जहाजों की गतिविधियों पर नजर रख सकें. इस समझौते की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी नेतृत्व के बीच बैठक के दौरान की गई थी.

भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुए रक्षा समझौते से भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और आत्मनिर्भरता को मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगले 10 वर्षों के लिए एक व्यापक योजना तैयार की जा रही है, जिससे संयुक्त उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और भारतीय रक्षा उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा.

विश्व परिक्रमा पर निकली भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारियों का सामना समुद्र में लगातार बारिश, 75 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही तेज हवाओं और 5 मीटर से अधिक ऊंची समुद्री लहरों से हुआ. इन सभी बाधाओं को पार करते हुए भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. ने दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर स्थित केप हॉर्न को सफलतापूर्वक पार कर लिया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद ऐलान किया कि भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए एफ-35 फाइटर जेट समेत अन्य सैन्य हार्डवेयर खरीदेगा. हालांकि भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ किया कि अभी एफ-35 खरीदने का प्रस्ताव मिला है. इस पर औपचारिक तरीके से प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है.