
उत्तर प्रदेश: सगे-भाई बहन साथ गए तो हो जाते हैं पति-पत्नी, जानें क्या है Lanka Minar का रहस्य
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'लंका मीनार' रावण को समर्पित है. कहा जाता है कि दिल्ली के कुतुबमीनार के बाद यही सबसे ऊंची मीनार है. इसका निर्माण कराने वाला शख्स रामलीला में रावण की भूमिका निभाता था. उसे रावण से इतना लगाव था कि उसने लंका नाम से ही मीनार का निर्माण कराया.
जालौन: अपनी संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर भारत प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का देश रहा है. शायद इसीलिए यहां पर कुछ ऐसी अद्भुत धार्मिक मान्यताएं हैं, जिन्हें सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं. कुछ ऐसी ही मान्यता उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जालौन (Jalaun) से भी जुड़ी है. यहां स्थित एक मीनार के बारे में कहा जाता है कि वहां भाई-बहन को एक साथ नहीं जाना चाहिए. अगर सगे भाई-बहन एक साथ वहां जाते हैं तो वह पति-पत्नी जैसे हो जाते हैं. जी हां, इस मीनार को लंका मीनार के नाम से जाना जाता है, जो जालौन के कालपी में स्थित है. कालपी की यह मीनार 210 फीट ऊंची है, जिसे वकील बाबू मथुरा प्रसाद निगम ने बनवाया था. कहा जाता है कि इस मीनार को बनाने में 20 सालों से ज्यादा का वक्त लगा था. यहां भाई-बहन का एक साथ जाना वर्जित है, और इसकी वजह मीनार की संरचना को बताया जाता है.More Related News