
आसमान छू रहे Raw Jute के दाम, बोरे खरीदने के लिए सरकार पर पड़ेगा 2000 करोड़ का अधिक भार
Zee News
कोरोना काल में कच्चे जूट की कीमत आसमान छूने लगी है, जिससे बोरे के दाम ऑटेमैटिक बढ़ गए हैं. अगर यही हाल रहा तो सरकार को बोरे खरीदने के लिए 2 हजार करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे.
कोलकाता: कच्चे जूट की कीमत चालू सत्र 2020-21 में आसमान छू रही है, जिसके चलते फूड ग्रेन्स की पैकिंग के लिए पर्यावरण के अनुकूल जूट के बोरे खरीदने के लिए सरकारी खजाने पर 2,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है. केंद्र और विभिन्न सरकारी एजेंसियां हर साल 10-12 लाख टन जूट के बोरे खरीदती हैं, जिनकी कीमत 5,500 करोड़ रुपये है. एक अधिकारी ने बताया कि कच्चे जूट की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते मौजूदा जूट सत्र में बोरों पर सरकार को अतिरिक्त लगभग 2,000 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.More Related News