
आलिया भट्ट के लहंगे के विज्ञापन से ‘कन्यादान’ रिवाज पर छिड़ी बहस, क्या हिन्दू विरोधी है ये विज्ञापन ?
Zee News
इस विज्ञापन में दुल्हन कैमरे की तरफ देखती है और पूछती है- ’कन्यादान’ के रिवाज के माध्यम से एक महिला को वस्तु की तरह क्यों पेश किया जाना चाहिए, जिसका शाब्दिक अर्थ ’बेटी दान करना’ है.
नई दिल्लीः लहंगे के एक विज्ञापन में नजर आईं बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट ने कन्यादान की परंपरा को लेकर बहस तेज कर दी है. इस विज्ञापन में सजे हुए मंडप के पास दुल्हन पवित्र अग्नि के सामने बैठी है, उसका परिवार, दूल्हा और उसके माता-पिता भी चारो तरफ दिख रहे हैं. इस यादगार पल में, दुल्हन कैमरे की तरफ देखती है और पूछती है- ’कन्यादान’ के रिवाज के माध्यम से एक महिला को वस्तु की तरह क्यों पेश किया जाना चाहिए, जिसका शाब्दिक अर्थ ’बेटी दान करना’ है. एक मिनट 41 सेकेंड के इस विज्ञापन में दुल्हन बनी आलिया भट्ट आखिर में कहती हैं कि इसे ’कन्यादान’ नहीं ’कन्यामान’ कहा जाना चाहिए.