
असहनीय दर्द, बहता रहा खून, जज्बा ऐसा कि पाकिस्तान में घुसकर खोद डाली 60 टैंकों की कब्र
Zee News
India Pakistan War 1965, A B Tarapore: तारापोर अकेले ही पैटन टैंकों की कब्र खोदने के लिए काफी थे. जख्मी होने के बाद भी उन्होंने 60 पैटन टैंकों को नष्ट कर दिया था. 61वां पैटन टैंक उनके निशाने पर था कि तभी एक गोला उनके टैंक पर आ गिरा और जोरदार धमाका हुआ.
नई दिल्लीः India Pakistan War 1965, A B Tarapore: 1965 का भारत-पाक युद्ध (India Pakistan War 1965), टैंकों के दम पर दो मुल्कों के बीच का ऐसा भीषण आमना-सामना था, जिसमें पाकिस्तान (Pakistan) के पास शक्तिशाली अमेरिकी पैटन टैंक (Patton Tank) थे. इनके दम पर जीत का ख्वाब पाले पाकिस्तान के टैंक और नापाक इरादे दोनों भारतीय सेना के जांबाजों ने तबाह किए. इस युद्ध का जिक्र जब भी आता है तो एक नाम सहसा याद आ जाता है. वह है लेफ्टिनेंट कर्नल ए बी तारापोर का (A B Tarapore). आज उनके जिक्र की खास वजह है. 16 सितंबर वही दिन है, जब उन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था.
वजीराली पर किया कब्जा पूना हॉर्स रेजिमेंट ( Poona Horse regiment) की 17 हॉर्स के कमांडिंग ऑफिसर अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर (Ardeshir Burzorji Tarapore) को 11 सितंबर 1965 को सियालकोट सेक्टर में फिलोरा (Battle of Phillora) जीतने का आदेश मिला था.