अरुणाचल प्रदेश में हेलिकॉप्टर दुर्घटना मामले में अब तक चार शव बरामद, पांचवें जवान की तलाश तेज
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चीन से लगी सीमा से 35 किलोमीटर दूर घने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में मौके से सेना के चार जवानों के शव बरामद किए गए हैं. दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चला है. घटना के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. दो पायलटों सहित पांच सैन्य कर्मियों को लेकर हेलिकॉप्टर (ALH) WSI नियमित उड़ान पर था.
अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में शुक्रवार को हेलिकॉप्टर हादसे में सेना के 4 जवान शहीद हो गए और पांचवें जवान की तलाश की जा रही है. यहां के सिंगिंग गांव के पास सेना का हेलिकॉप्टर रुद्र (Rudra) क्रैश हुआ था. यह जगह टूटिंग हेडक्वार्टर से 25 किमी दूर है. हेलिकॉप्टर ने लोअर सियांग जिले के लिकाबली से उड़ान भरी थी और इसमें 2 पायलट समेत 5 लोग सवार थे.
जानकारी के मुताबिक, चीन से लगी सीमा से 35 किलोमीटर दूर घने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में मौके से सेना के चार जवानों के शव बरामद किए गए हैं. दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चला है. घटना के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. दो पायलटों सहित पांच सैन्य कर्मियों को लेकर हेलिकॉप्टर (ALH) WSI नियमित उड़ान पर था. ये हेलिकॉप्टर जिला मुख्यालय तुटिंग से करीब 25 किमी दक्षिण में सुबह 10.43 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
रेस्क्यू टीम ने मौके से बरामद किए शव
तेजपुर स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एएस वालिया ने बताया कि हेलिकॉप्टर में सेना के पांच जवान थे. दुर्घटनास्थल से अब तक चार कर्मियों के शव बरामद किए गए हैं. एक अन्य जवान की तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि सेना और वायु सेना ने जॉइंट सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था. मौके पर एक एमआई-17 और दो एएलएच भेजे गए थे. रेस्क्यू टीम ने चार शव बरामद किए हैं.
सेना का अटैक हेलिकॉप्टर है रुद्र
अपर सियांग के पुलिस अधीक्षक जुम्मर बसर ने बताया कि जिला पुलिस ने तलाशी अभियान के लिए एक टीम मौके पर भेजी है. सेना के हेलिकॉप्टर को HAL रुद्र के नाम से भी जाना जाता है. इस हेलिकॉप्टर ने सियांग जिले के लिकाबली से उड़ान भरी थी. रुद्र सेना का अटैक हेलिकॉप्टर है. इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ( HAL) ने भारतीय सेना के लिए बनाया है. यह हल्के ध्रुव हेलिकाप्टर का वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड (WSI) Mk-IV संस्करण है और ये भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित पहला सशस्त्र हेलिकॉप्टर है.
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