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Taliban की सत्ता में सभी होंगे सुरक्षित? 20 सेकेंड के Video से हुआ झूठे दिखावे का खुलासा
Zee News
काबुल (Kabul) पर कब्जा करने के बाद तालिबान के नेताओं ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस (Taliban Press Conference) में दावा किया कि उसके शासन में दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ अफगानिस्तान (Afghanistan) की जमीन का इस्तेमाल नहीं होगा, लेकिन हाल में सामने आए एक वीडियो से उसके दिखावे का खुलासा हुआ है.
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) पर कब्जा करने के बाद तालिबान के नेताओं ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस (Taliban Press Conference) की, जिसमें कही गई बातों से ये साफ होता है कि तालिबान अपने देश को इस्लामिक कानूनों के मुताबिक ही चलाएगा और देर सवेर अफगानिस्तान के लोगों को शरिया कानून मानने ही पड़ेंगे. तालिबान (Taliban) ने कहा है कि उसके शासन में दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ अफगानिस्तान (Afghanistan) की जमीन का इस्तेमाल नहीं होगा. तालिबान के नेताओं ने कहा, 'महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्हें जो भी अधिकार दिए जाएंगे, वो इस्लाम के मुताबिक होंगे. महिलाओं को स्वास्थ्य और दूसरे क्षेत्रों में काम करने की इजाजत दी जाएगी, जहां उनकी जरूरत है. अब सवाल ये है कि तालिबान ये फैसला किस आधार पर करेगा. ये कैसे तय होगा कि महिलाओं की मीडिया में तो जरूरत है, लेकिन दूसरे क्षेत्रों में नहीं? तालिबान ने दुनिया से ये भी कहा है कि उसे अपने कानून बनाने का अधिकार है और दूसरे देशों को इसका सम्मान करना चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी दावा किया गया कि अफगानिस्तान में लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं. इसके साथ ही तालिबान ने काबुल में हिंसक घटनाओं और अफरातफरी की जिम्मेदार भी स्थानीय लोगों पर ही डाल दी है.More Related News