RRR के इंटरनेशनल अवॉर्ड्स जीतने से कैसे बढ़ रहा है ऑस्कर जीतने का चांस?
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एसएस राजामौली की फिल्म RRR ने गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स के बाद, अब Critics Choice Awards में भी बड़ी कामयाबी हासिल की है. फिल्म के मेकर्स ने ऑस्कर्स में नॉमिनेशन हासिल करने के लिए मेहनत शुरू कर दी है. इंटरनेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में RRR को मिल रही हर एक कामयाबी का फायदा अब फिल्म के ऑस्कर कैम्पेन को होगा. कैसे? आइए बताते हैं.
जूनियर एनटीआर और राम चरण स्टारर फिल्म RRR पिछले साल मार्च में रिलीज हुई थी. इंडिया में 750 करोड़ रुपये से ज्यादा नेट कलेक्शन और वर्ल्डवाइड 1100 करोड़ से ज्यादा बिजनेस से ज्यादा कमाने वाली इस फिल्म ने जनता को थिएटर्स में धमाकेदार एंटरटेनमेंट दिया. मगर असली धमाका शुरू हुआ फिल्म के ओटीटी पर आने के बाद.
नेटफ्लिक्स पर RRR रिलीज होने के बाद दुनिया भर में पहुंची. फिल्म देखने के बाद दुनिया के तमाम बड़े फिल्म क्रिटिक्स और फिल्ममेकर्स ने सोशल मीडिया पर दिल खोलकर RRR की तारीफ की. राजामौली की फिल्म को इंटरनेशनल फिल्म कम्युनिटी ने ऐसा डिस्कवर किया कि थिएटर्स में करीब 10 महीने पहले रिलीज हुई RRR आज भी सोशल मीडिया पर छाई हुई है.
ऑस्कर की रेस में दौड़ में शामिल हो चुकी RRR दुनिया भर के इंटरनेशनल अवॉर्ड्स में नॉमिनेशन हासिल कर रही है और अधिकतर जगह अवॉर्ड लेकर आ रही है. यहां इंडिया में लोग सुबह सोकर उठते हैं तो टीम RRR कभी गोल्डन ग्लोब तो कभी क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड्स सेलिब्रेट करते हुए सोशल मीडिया पर छाई होती है. लेकिन ये एक-एक अवॉर्ड और फिल्म के लिए बन रहा माहौल, इसके ऑस्कर कैम्पेन के लिए नया जोश लेकर आ रहा है. आइए बताते हैं कि ऑस्कर की ट्रॉफी तक पहुंचने का मैप क्या है और कैसे RRR की हर इंटरनेशनल कामयाबी इसका रास्ता बेहतर कर रही है: RRR मेकर्स की अपनी मेहनत 'बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म' कैटेगरी में ऑस्कर उन फिल्मों को मिलता है जो अमेरिका के बाहर, दूसरे देशों में बनी नॉन-इंग्लिश फिल्में हैं. हर देश इस कैटेगरी में अपने यहां से एक फिल्म इस कैटेगरी में भेजता है. दूसरे ऑस्कर अवॉर्ड्स की तरह इस कैटेगरी में अवॉर्ड किसी व्यक्ति का नहीं, बल्कि उस देश का माना जाता है जिसने फिल्म भेजी है. हालांकि, स्टेज पर इसकी ट्रॉफी फिल्म के डायरेक्टर ही लेते हैं.
आपको याद ही होगा, भारत से ऑस्कर के लिए फिल्म भेजे जाने की बहस में RRR बनाम 'द कश्मीर फाइल्स' खूब चल रहा था. लेकिन फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने गुजराती फिल्म 'छेलो शो' (इंग्लिश टाइटल- लास्ट फिल्म शो) को अपनी ऑफिशियल ऑस्कर एंट्री बनाया.
RRR के फैन्स को इस फैसले से थोड़ी निराशा हुई. डायरेक्टर अनुराग कश्यप समेत, सिनेमा से जुड़े कई लोगों का मानना था कि अगर RRR को भेजा जाता तो ऑस्कर नॉमिनेशन मिलने का चांस बहुत तगड़ा होता. लेकिन RRR के मेकर्स ने, नेटफ्लिक्स पर फिल्म देखने के बाद तारीफ कर रहे इंटरनेशनल फिल्ममेकर्स की तारीफ़ पर ध्यान दिया और उन्होंने ऑस्कर्स के लिए अपना 'फॉर योर कंसिडरेशन' कैम्पेन खुद शुरू किया. किन ऑस्कर अवॉर्ड्स पर RRR का टारगेट RRR का ऑस्कर कैम्पेन 14 कैटेगरी पर टारगेट के साथ शुरू हुआ. इसमें बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर (राजामौली), बेस्ट एक्टर (राम चरण और जूनियर एनटीआर दोनों), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और एक्ट्रेस (अजय देवगन और आलिया भट्ट), स्क्रीनप्ले, ऑरिजिनल सॉन्ग, स्कोर, एडिटिंग, सिनेमेटोग्राफी, साउंड, प्रोडक्शन डिजाईन, विजुअल इफेक्ट्स (VFX), कॉस्टयूम डिजाईन, मेकअप और हेयरस्टाइल जैसी कैटेगरी शामिल हैं.
ऑस्कर की दौड़ में शामिल होने का भी एक क्राइटेरिया होता है, जिसे पूरा करने वाली इस साल 301 फिल्में हैं. ऑस्कर अवॉर्ड्स देने वाली 'द एकेडमी' के सदस्य इन फिल्मों पर वोटिंग करते हैं. 10 कैटेगरी में पहले एक शॉर्टलिस्ट बनाई जाती है. कुछ कैटेगरी में टॉप 10, तो कुछ में टॉप 15 फिल्में चुनी जाती हैं. फिर आगे वोटिंग होती है जिसमें सबसे ज्यादा वोट पाने वाली 5 फिल्मों को नॉमिनेशन मिलता है. जिन कैटेगरी में शॉर्टलिस्ट का सिस्टम नहीं है, उनमें डायरेक्ट वोटिंग के आधार पर ही 5 फाइनल फिल्मों को नॉमिनेशन मिलता है. और आखिरकार इन 5 नॉमिनेशन में से एक फिल्म को फाइनल वोटिंग के आधार पर ऑस्कर मिलता है. सिर्फ 'बेस्ट पिक्चर' कैटेगरी में 10 फिल्मों को नॉमिनेशन दिया जाता है. 'द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट एंड साइंसेज'