Multibagger Stock: 75 रुपये से 470 के पार पहुंचा ये स्टॉक, 500 फीसदी का उछाल, निवेशक हुए मालामाल
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Multibagger Stock: स्टीलकास्ट लिमिटेड के शेयर ने अपने निवेशकों को कम समय में मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. स्टीलकास्ट स्टॉक 28 फरवरी 2023 को 52 सप्ताह के अपने उच्च स्तर 572 रुपये पर पहुंचा था. पिछले तीन साल में ये 500 फीसदी से अधिक उछला है.
स्टीलकास्ट लिमिटेड (Steelcast Ltd) के शेयरों ने अपने निवेशकों को शॉर्ट टर्म में जोरदार रिटर्न दिया है. पिछले तीन साल में इस स्टॉक ने 75 रुपये से लेकर 475 रुपये का शानदार सफर तय किया है. इस दौरान ये स्टॉक 500 फीसदी से अधिक उछला है. Steelcast Ltd के शेयर 21 अप्रैल 2020 को 75.85 रुपये पर बंद हुआ था. शुक्रवार को ये स्टॉक बीएसई पर 0.46 फीसदी की गिरावट के साथ 474.20 रुपये पर बंद हुआ. पिछले तीन साल में इस स्टॉक में 526 फीसदी की रैली देखी गई है. अगर किसी ने 20 अप्रैल 2020 को इस शेयर में एक लाख रुपये का निवेश किया होता, तो वो राशि आज बढ़कर 6.26 लाख रुपये हो गई होती.
52 वीक का हाई और लो
स्टीलकास्ट स्टॉक 28 फरवरी 2023 को 52 सप्ताह के अपने उच्च स्तर 572 रुपये पर पहुंचा था. वहीं, 25 मई 2022 को ये 271.25 रुपये के 52 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया था. टेक्निकल चार्ट पर स्टीलकास्ट स्टॉक का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 49.9 है, जो यह संकेत देता है कि यह न तो ओवरबॉट जोन में और न ही ओवरसोल्ड जोन में कारोबार कर रहा है.
फर्म का मार्केट कैप
स्टीलकास्ट के शेयरों में 0.9 का बीटा है, जो एक वर्ष में कम अस्थिरता दर्शाता है. स्टीलकास्ट के शेयर 20 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से अधिक, लेकिन 5 दिन, 50 दिन और 100 दिन के मूविंग एवरेज से कम कारोबार कर रहे हैं. स्टीलकास्ट का शेयर एक साल में 30.24 फीसदी बढ़ा है और इस साल ये 4.57 फीसदी चढ़ा है. शुक्रवार को फर्म के कुल 265 शेयरों ने बीएसई पर 1.26 लाख रुपये के कारोबार के लिए हैंड चेंज किए. फर्म का मार्केट कैप 961.40 करोड़ रुपये रहा.
प्रमोटरों के पास शेयर
विदेशी वीज़ा रद्द होने से भारतीयों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. पिछले एक साल में करीब ₹662 करोड़ की राशि डूब गई. न्यू ज़ीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों ने सबसे ज्यादा वीज़ा रद्द किए. न्यू ज़ीलैण्ड ने 32%, ऑस्ट्रेलिया ने 30%, ब्रिटेन ने 17% और अमेरिका ने 16% भारतीयों के वीज़ा रद्द किए. इसके अलावा, शंघन वीज़ा रद्द होने से भी बड़ा नुकसान हुआ. वीज़ा रद्द होने पर न केवल वीज़ा फीस, बल्कि होटल और हवाई टिकट का पैसा भी डूब जाता है.