ISI का खालिस्तानी एजेंडा फ्लॉप करेंगे रिटायर्ड अधिकारी, केंद्र सरकार ने बनाई खास योजना
Zee News
सूत्रों ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आईएसआई जून 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद पनपी गुस्से की प्रबल भावना जैसी स्थिति जाग्रत करना चाहता है. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में सिख विरोधी दंगों में काफी लोगों की जान गई थी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ऐसी ही स्थिति फिर से दोहराने के लिए सिख समुदाय को भड़काने की कोशिश कर रही है.
नई दिल्ली: इस साल 26 जनवरी को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में लालकिले पर हुई हिंसा में खालिस्तानी आंदोलन की पहुंच और इसके एजेंडे का पता चलने के बाद अब केंद्र सरकार ने उन सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों की मदद लेने का फैसला किया है, जिन्होंने 1980 के दशक में पंजाब उग्रवाद से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी. इसके अलावा, पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के लिए युवाओं के कट्टरपंथीकरण (रेडिकलाइजेशन) की पृष्ठभूमि में विशेष डी-रेडिकलाइजेशन काउंसलरों की भर्ती करने का भी फैसला किया है. सरकार के एक सूत्र ने कहा, 'सरकार ने कहा है कि खालिस्तानी समूह, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने किसानों के विरोध और उन्हें उकसाने के प्रयास तेज कर दिए हैं.' पंजाब में उग्रवाद 1990 के दशक में समाप्त हो गया था, लेकिन पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस () ने अब खालिस्तान () के तौर पर एक स्वतंत्र राज्य के लिए सिखों के बीच अलगाववादी आंदोलन को प्रोत्साहित करने की अपनी गुप्त योजना को पुनर्जीवित कर दिया है. सूत्रों ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आईएसआई जून 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद पनपी गुस्से की प्रबल भावना जैसी स्थिति जाग्रत करना चाहता है. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में सिख विरोधी दंगों में काफी लोगों की जान गई थी और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ऐसी ही स्थिति फिर से दोहराने के लिए सिख समुदाय को भड़काने की कोशिश कर रही है.भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के बारे में हर छोटी-बड़ी बात जानने के लिए दुनियाभर के लोग बेताब रहते हैं. रॉ (RAW) देश की बाहरी सुरक्षा का खास ख्याल रखती है. रॉ का गठन रामेश्वर नाथ काव के मार्गदर्शन में किया गया था. हालांकि, कम ही लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि आखिर किस वजह से रॉ का गठन हुआ. ऐसे में चलिए आज हम रॉ से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
भारत अपने डिफेंस सेक्टर को लगातार मजबूत कर रहा है. जवानों की एडवांस्ड ट्रेनिंग से लेकर हथियारों को हाईटेक बनाने पर जोर दिया जा रहा है. मौजूदा समय में भारत के हाईटेक हथियारों की बात की जाए तो इसमें ब्रह्मोस मिसाइल, जोरावर टैंक, Dragunov Sniper राइफल, नाग एमके-2, ब्लैक हॉर्नेट ड्रोन जैसे हथियार हैं, जो दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम हैं.
भारत का पहला राज्य कौन सा है? पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक फैले भारत में 28 राज्य और 8 संघ राज्य क्षेत्र हैं, जिन्हें केंद्र शासित प्रदेश भी कहा जाता है. हर राज्य की अपनी भाषा, संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन है. विविधता में एकता के सूत्रवाक्य के साथ भारत समृद्ध संस्कृति के इतिहास को संजोए हुए है. यहां नियमित दूरी पर बोली से लेकर वेशभूषाएं तक बदलती हैं. इतनी विविधता वाले भारत के नक्शे को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल होगा कि पहला राज्य कौन सा है?