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Indian Predator 3: एक सीरियल रेपिस्ट की कहानी, जिसे मारने का दावा 200 औरतों ने किया, बस्ती के हर घर में थी विक्टिम!
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नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज इंडियन प्रिडेटर का सीजन 3 आने वाला है. इस बार शो में एक ऐसे अपराधी कहानी आने वाली है जिसे देखने के लिए बहुत मजबूत कलेजा चाहिए होगा. ये कहानी पिछले दो सीजन से अलग भी है. और इस कहानी में इतनी विभत्सता है कि आपको शायद यकीन न कर पाएं, ऐसा रियल में हुआ था!
नेटफ्लिक्स की इंडियन प्रिडेटर सीरीज में तीसरा सीजन आने वाला है जिसका नाम है 'मर्डर इन अ कोर्टरूम'. इससे पहले 'द बुचर ऑफ दिल्ली' चंद्रकांत झा की कहानी पर था जिसने खूंखार हत्याओं से दिल्ली को दहला कर रख दिया था. जबकि दूसरे सीजन 'द डायरी ऑफ अ सीरियल किलर' में उत्तर प्रदेश के सीरियल किलर 'राजा कोलंदर' की कहानी थी.
फिक्शन से भी ज्यादा खतरनाक, रियल अपराधों की कहानी दिखाने वाले इस डाक्यूमेंट्री स्टाइल शो में तीसरी कहानी ऐसी है, जो भयावहता की हर हद से परे है. इस बार कहानी में जो अपराधी है वो सिर्फ एक सीरियल किलर नहीं, सीरियल रेपिस्ट भी है. ये कहानी है भरत कालीचरण उर्फ अक्कू यादव की.
कौन था अक्कू यादव? नागपुर, महाराष्ट्र के कस्तूरबा नगर स्लम में अक्कू यादव का नाम किसी बुरे सपने की तरह है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि वो सिर्फ गैंगस्टर या सीरियल किलर या वसूली करने वाला ही नहीं था. वो एक सीरियल रेपिस्ट भी था. ऐसा आरोप है कि उसने 40 से ज्यादा महिलाओं का रेप किया और कहा जाता है कि उसने इतने रेप किए थे कि कस्तूरबा नगर स्लम के हर दूसरे घर में उसकी एक विक्टिम थी. उसने सालों तक महिलाओं का रेप करना और उन्हें मॉलेस्ट करना जारी रखा.
अक्कू यादव की विक्टिम्स में सबसे छोटी एक 10 साल की बच्ची थी और उसने 16 साल की बच्ची की दादी के साथ भी कुकर्म किया. कहा जाता है कि अक्कू की गैंग और पुलिस महकमे से उसका नेक्सस ऐसा था कि किसी ने अगर उसके खिलाफ शिकायत करने की कोशिश भी की तो उसका जीना दूभर हो जाता था. लोगों के घरों में घुसकर उन्हें धमकाना, उगाही करना मारपीट करना, ये तो अक्कू के छोटे अपराध बताए जाते हैं.
कस्तूरबा नगर के लोगों के बयान ये भी कहते हैं कि उसने कम से कम बस्ती के तीन लोगों की हत्या की थी और उनकी लाश को रेलवे ट्रैक पर डंप कर दिया था. अक्कू का सबसे पहला क्राइम जिसकी रिपोर्ट दर्ज है वो 1991 का एक गैंग रेप था. अपनी मौत से पहले, अगले 13 साल तक अक्कू ने जो अपराध किए उनके विवरण ऐसे हैं कि सुनने वाले को कई दिनों तक नींद न आए.
200 महिलाओं ने की हत्या 13 अगस्त 2004 को नागपुर जिला अदालत में, अपने ऊपर चल रहे कई मामलों में से एक में अक्कू यादव की कोर्ट में पेशी होनी थी. अदालत के कोर्ट नंबर 7 में दोपहर 3 बजे करीब सैकड़ों महिलाओं की एक भीड़ घुस आई. चेहरा बांधे हुए इन महिलाओं ने वहां मौजूद पुलिसवालों और अक्कू यादव के चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंकना शुरू कर दिया. कोर्ट में मौजूद पुलिसवाले और अधिकारी खौफ से भाग खड़े हुए.