
DNA ANALYSIS: आबादी के बड़े हिस्से को वैक्सीन लगाने के बाद भी US में क्यों दिख रहा चौथी लहर का ट्रेंड?
Zee News
Covid-19 Fourth Wave: अमेरिका ने पिछले दिनों वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए मास्क लगाने की शर्त हटा ली थी और ये फैसला ऐसे समय में किया गया, जब इसका कोई ठोस वैज्ञानिक आधार नहीं था.
नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर जो हाल भारत के राज्य केरल का है, वैसा ही कुछ दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका का भी है. 8 मार्च यानी 4 महीने और 19 दिनों के बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब अमेरिका में एक दिन में 1 लाख 8 हजार नए मामले दर्ज हुए और अमेरिका ने इसी के साथ कोरोना के प्रतिदिन औसत मामलों में भारत को भी पीछे छोड़ दिया. अमेरिका में इस समय प्रतिदिन औसतन 63 हजार मामले दर्ज हो रहे हैं, जबकि भारत में पिछले एक हफ्ते में प्रतिदिन औसतन मामले लगभग 38 हजार हैं. कोरोना के इस नए ट्रेंड ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि अचानक मरीजों की संख्या बढ़ना, अमेरिका में कोरोना की चौथी लहर का भी संकेत हो सकता है.More Related News