Cocaine Bear Movie: भालू ने ली कई किलो कोकीन, नशे के खुमार में मचाई भयंकर तबाही, असली है कहानी
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हॉरर कॉमेडी फिल्म कोकीन बेयर की कहानी असल जिंदगी की कहानी पर आधारित है. ये एक भालू के बारे में है जो कोकीन पर हाई हो गया था. भालू के पास कोकीन के 40 फटे हुए पैकेट मिले थे. इसकी कीमत 20 मिलियन डॉलर यानी लगभग 165 करोड़ रुपये थी. ये फिल्म 24 फरवरी 2023 को रिलीज होने वाली है.
अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं तो आपने हॉलीवुड की एक नई और अजीब फिल्म 'कोकीन बेयर' के बारे में जरूर सुना होगा. इस फिल्म का ट्रेलर कुछ दिनों पहले ही आया है. ट्रेलर में एक भालू को कई किलो कोकीन खाकर खूंखार आदमखोर दरिंदे में बदलते देखा जा सकता है. भालू नशे में उल्टी-सीधी हरकतें तो कर ही रहा है, साथ ही लोगों को एक के बाद एक करके खाता भी जा रहा है. ये ट्रेलर काफी डरावना है. लेकिन अगर हम कहें कि ट्रेलर में दिखाई गई कहानी असली है तो आपको कैसा लगेगा?
जी हां, आपने सही पढ़ा. इस हॉरर कॉमेडी फिल्म की कहानी असल जिंदगी की कहानी पर आधारित है. ये एक भालू की कहानी है जो कोकीन पर हाई पर एक ऐसे हिंसक रास्ते पर निकाल पड़ा था, जिससे बचना लोगों के लिए बेहद मुश्किल था. ये घटना 80 के दशक की है. जॉर्जिया के एक 175 पाउन्ड यानी लगभग 80 किलो के भालू ने एक जाने माने ड्रग स्मगलर का कोकीन खा लिया था. इसके बाद जो हुआ वो बेहद खतरनाक और डरावना था.
क्या है असल जिंदगी के कोकीन बेयर की कहानी
सितंबर 1985 में जांच अधिकारियों ने एक ड्रग स्मगलर और पूर्व पुलिस अफसर एंड्रू थॉर्नटन के शव को उनके घर पर पड़ा पाया था. टेनेसी के नॉक्सविल में स्थित अपने घर पर एंड्रू पैरशूट और गूची के लोफर्स पहने हुए मिले थे. उनकी कमर में एक बड़ा बैग बांधा था, जिसमें 34 फुटबॉल के साइज के कोकीन बंडल थे. उस समय रिपोर्ट्स में बताया गया था एजेंट्स को इस बात पर शक था कि थॉर्नटन कोलम्बिया जा रही ड्रग फ्लाइट का हिस्सा था. हालांकि उसने गलती से अपना कोकीन जंगल में गिरा दिया और बाद में उसे लेने आया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारियों ने इसके बाद थॉर्नटन की बची हुई सप्लाई की तलाश शुरू कर दी थी. इसके कुछ महीने बाद जांच अधिकारियों को एक खाली बैग मिला था, जिसमें भालू के अवशेष मिले थे. बताया जाता है कि मल्टी-मिलियन हाई की वजह से भालू की मौत हो गई थी. भालू के पास कोकीन के 40 फटे हुए पैकेट मिले थे. पुलिसवाले गैरी गार्नर ने कहा था- हमसे पहले भालू उस कोकीन तक पहुंच गया था. बाद में इस भालू को Pablo EskoBear नाम दिया गया था. ये नाम ड्रग लॉर्ड पाबलो एसकोबार से प्रेरित था.
ओवरडोज से हुई थी भालू की मौत