
Afghanistan: मुट्ठीभर तालिबानियों से कैसे हारा अफगानिस्तान, अमेरिका ने भी दिया धोखा
Zee News
अफगानिस्तान में कागज पर 350,000 सैनिक थे. इतनी बड़ी संख्या तालिबान को हराने के लिए काफी थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
नई दिल्लीः अफगानिस्तान में पिछले कई दिनों से चल रहे खूनी संघर्ष के बाद तालिबान ने आखिरकार सत्ता हासिल कर ली. करीब 20 साल बाद फिर से अफगानिस्तान में तालिबानियों की हुकूमत होगी. तालिबानियों की सत्ता का दौर कैसा होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन जिस तरह से तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया है, उसकी रफ्तार ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. साथ ही ये सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर अफगानिस्तान की सेना अपने से मुट्ठीभर तालिबानियों के सामने इतनी बेबस क्यों हो गई. अमेरिका ने अफगानिस्तान को दिया 'धोखा' 2001 में अफगानिस्तान से तालिबानियों का राज खत्म करने वाले अमेरिका ने करीब 20 साल तक अफगानिस्तान में अपनी मर्जी चलाई. वहां के सैनिकों को प्रशिक्षण देने की बड़े स्तर पर कवायद भी की. तालिबानियों के साथ ही पूरी दुनिया को ये पता था कि जब तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक हैं, वहां तालिबानी राज का आ पाना मुश्किल है.