48 की उम्र में कॉलेज गईं ट्विंकल, बेटे संग एडमिशन होने का था डर, बोलीं- ये बिल्कुल कूल नहीं
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ट्विंकल खन्ना ने बताया कि जब वो यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए कोशिश कर रही थीं तब उनके बेटे आरव भी विदेश में एडमिशन की कोशिश में थे. ऐसे में उन्हें एक बात की टेंशन थी. उन्होंने ये भी बताया कि पढ़ाई के दौरान उन्होंने अलग-अलग उम्र के लोगों से दोस्ती की.
एक्ट्रेस से राइटर बनीं ट्विंकल खन्ना ने कुछ वक्त पहले अपनी जिंदगी की नई शुरुआत की थी. उन्होंने 48 की उम्र में यूनिवर्सिटी जाकर पढ़ने का फैसला किया. यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के गोल्डस्मिथ्स कॉलेज में दाखिला लेकर ट्विंकल ने फिक्शन राइटिंग की पढ़ाई की. अब अ सूटेबल एजेंसी नाम के यूट्यूब चैनल से बातचीत में उन्होंने अपने एक्सपीरिएंस के बारे में बात की है. ट्विंकल खन्ना ने बताया कि जब वो यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए कोशिश कर रही थीं तब उनके बेटे आरव भी विदेश में एडमिशन की कोशिश में थे. उन्होंने ये भी बताया कि पढ़ाई के दौरान उन्होंने अलग-अलग उम्र के लोगों से दोस्ती की.
कॉलेज जाना चाहती थीं ट्विंकल
यूनिवर्सिटी जाने की इच्छा के बारे में बात करते हुए ट्विंकल खन्ना ने कहा, 'जब मेरा बेटा छोटा था, मैं उसे स्कूल काउंसलर के पास लेकर जाती थी और कहती रहती थी, 'मुझे भी यूनिवर्सिटी जाना है.' और उस काउंसलर ने मुझे कहा था कि अभी मुझे अपने बच्चे का ख्याल रखना होगा. मैं उसके बड़े होने के बाद पढ़ाई के लिए जा सकती हूं. मैं हंसती थी और कहती थी कि मिसोजिनी भरी बात है, मैं आपके बारे में अखबार वालों को बताऊंगी. और वो मुझसे इसे लेकर मजाक करते थे.'
बेटे के साथ एडमिशन का था डर
ट्विंकल ने उस वक्त के बारे में भी बताया जब वो और उनका बेटा आरव दोनों यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए फॉर्म भर रहे थे. उन्होंने कहा, 'आखिरकार पैनडेमिक में मैंने फैसला किया था कि मैं पढूंगी. तो मैंने ऑक्सफोर्ड से छह महीने का ऑनलाइन कोर्स किया और मुझे वो बहुत पसंद आया और फिर मुझे यूनिवर्सिटी जाना था. मुझे ये नहीं पता था कि किसमें जाना चाहिए. एक वक्त ऐसा था जब मैं और मेरा बेटा साथ में एडमिशन के लिए अप्लाई कर रहे थे. और एक यूनिवर्सिटी थी जिसमें हम दोनों ने अप्लाई किया था. और हम डरे हुए थे. वो हमारी पहली चॉइस का कॉलेज नहीं था, लेकिन मेरे मन में ये था कि, 'हे भगवान अगर मेरा दाखिला यहां हो गया तो मेरा बेटा कैम्पस में होगा और मुझे देखा करेगा. हम एक दूसरे को ना जानने का नाटक करेंगे क्योंकि ये बिल्कुल कूल बात नहीं है. लेकिन मुझे मेरी पहली चॉइस का कॉलेज मिला, गोल्डस्मिथ्स.'
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