तालिबान ने कहा, “जल्द करेंगे अफगानिस्तान को इस्लामी अमीरात बनाने की घोषणा ’’
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अफगान नेताओं ने तालिबान से मुलाकात करने और सत्ता हस्तांतरण के प्रबंधन के लिए एक समन्वय परिषद का गठन किया है. इससे पहले तालिबान ने राजधानी काबुल में अपना कब्जा जमा लिया था.
काबुलः तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि विद्रोही संगठन जल्द ही काबुल स्थित राष्ट्रपति परिसर से अफगानिस्तान को इस्लामी अमीरात बनाने का ऐलान करेगा. ग्यारह सितंबर 2001 के आतंकी हमलों के बाद, अमेरिका नीत बलों द्वारा अफगानिस्तान से तालिबान को अपदस्थ करने के लिए शुरू किए गए हमलों से पहले भी आतंकी संगठन ने युद्धग्रस्त देश का नाम इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान रखा हुआ था. वहीं अफगान नेताओं ने तालिबान से मुलाकात करने और सत्ता हस्तांतरण के प्रबंधन के लिए एक समन्वय परिषद का गठन किया है. इससे पहले तालिबान ने राजधानी काबुल में अपना कब्जा जमा लिया था. पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए एक बयान में कहा कि परिषद का नेतृत्व ‘हाई काउन्सिल फॉर नेशनल रीकन्सीलिएशन’ के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला, हिज्ब ए इस्लामी के प्रमुख गुलबुदीन हिकमतयार और वह खुद करेंगे. बयान में कहा गया कि यह निर्णय अराजकता को रोकने, लोगों की समस्याओं को कम करने और शांतिपूर्वक सत्ता हस्तांतरण के लिए लिया गया है. पाकिस्तान से वार्ता करने के लिए अफगान नेता इस्लामाबाद पहुंचे तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की राजधानी पर कब्जा करने और राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ कर जाने के बीच कई वरिष्ठ अफगान नेता अपने देश के भविष्य पर एक बैठक में भाग लेने के लिए इतवार को पाकिस्तान पहुंचे हैं.अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के प्रतिनिधि, राजदूत मुहम्मद सादिक ने ट्वीट किया कि स्पीकर उलूसी जिरगा मीर रहमानी पूर्व मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी, पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद यूनुस कानूनी, वरिष्ठ नेता अहमद जिया मसूद, अहमद वली मसूद, अब्दुल लतीफ पेडरम, खालिद नूर और उस्ताद मोहम्मद मोहकीक प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं. इस यात्रा के दौरान आपसी हित के मामलों पर चर्चा की जाएगी. इस समूह में वे लोग शामिल हैं जो 2001 में तालिबान के सत्ता से हटने के बाद विभिन्न सरकारों में रहे हैं.भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के बारे में हर छोटी-बड़ी बात जानने के लिए दुनियाभर के लोग बेताब रहते हैं. रॉ (RAW) देश की बाहरी सुरक्षा का खास ख्याल रखती है. रॉ का गठन रामेश्वर नाथ काव के मार्गदर्शन में किया गया था. हालांकि, कम ही लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि आखिर किस वजह से रॉ का गठन हुआ. ऐसे में चलिए आज हम रॉ से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
भारत अपने डिफेंस सेक्टर को लगातार मजबूत कर रहा है. जवानों की एडवांस्ड ट्रेनिंग से लेकर हथियारों को हाईटेक बनाने पर जोर दिया जा रहा है. मौजूदा समय में भारत के हाईटेक हथियारों की बात की जाए तो इसमें ब्रह्मोस मिसाइल, जोरावर टैंक, Dragunov Sniper राइफल, नाग एमके-2, ब्लैक हॉर्नेट ड्रोन जैसे हथियार हैं, जो दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम हैं.
भारत का पहला राज्य कौन सा है? पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक फैले भारत में 28 राज्य और 8 संघ राज्य क्षेत्र हैं, जिन्हें केंद्र शासित प्रदेश भी कहा जाता है. हर राज्य की अपनी भाषा, संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन है. विविधता में एकता के सूत्रवाक्य के साथ भारत समृद्ध संस्कृति के इतिहास को संजोए हुए है. यहां नियमित दूरी पर बोली से लेकर वेशभूषाएं तक बदलती हैं. इतनी विविधता वाले भारत के नक्शे को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल होगा कि पहला राज्य कौन सा है?