
'ग्रह भ्रूण' से यूं जन्मी धरती, वैज्ञानिकों ने बताई पृथ्वी की पैदाइश की पूरी प्रक्रिया
Zee News
यह स्थापित करने के प्रयास में कि पृथ्वी के निर्माण के लिए कौन सा सिद्धांत सही था, मुंस्टर विश्वविद्यालय के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने मंगल ग्रह के 10 उल्कापिंडों के नमूनों में टाइटेनियम, ज़िरकोनियम और मोलिब्डेनम की समस्थानिक रचनाओं का विश्लेषण किया.
लंदन: क्या आपको पता है कि जिस धरती यानी पृथ्वी पर हम सब रहते हैं उसका जन्म कैसे हुआ? वैज्ञानिकों ने नए शोध के बाद विस्तार से इस सवाल का जवाब देने की कोशिश की है. इस नए अध्ययन में दावा किया गया है कि पृथ्वी और मंगल आंतरिक सौर मंडल में छोटे 'ग्रहीय भ्रूणों' के बीच टकराव से विकसित हुए हैं. यह शोध हमारे ग्रह के निर्माण का दावा करने वाले अन्य मुख्य प्रतिस्पर्धी सिद्धांत का खंडन करता है, जो कहते थे धरती स्पेस से आए कंकड़ों के एक होने से बनी है और फिर यह धीरे-धीरे सूर्य के करीब आई.
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि शोध के निष्कर्ष से वे पृथ्वी के निर्माण को नियंत्रित करने वाली प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे. ग्रह विकास का क्लासिक मॉडल यह है कि चंद्रमा से लेकर मंगल ग्रह के आकार के ग्रह भ्रूण एक दूसरे के साथ टकराते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सौर मंडल के पूर्ण आकार के ग्रहों का निर्माण हुआ.