
अशरफ गनी के भागने से काबुल में अराजकता फैली, उन्होंने देश तालिबान को सौंपा: जो बाइडन
Zee News
अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने सैन्य अभियान के दौरान अनुमानित 2.3 ट्रिलियन डॉलर खर्च किया. इसके अलावा, 1,000 से अधिक नाटो सैनिक, 66,000 अफगान सुरक्षाकर्मी, लगभग 50,000 नागरिक और 50,000 तालिबान और अन्य आतंकवादी युद्ध में मारे गए.
नई दिल्ली: अमेरिका ने मंगलवार को अफगानिस्तान (Afghanistan) में आखिरी अमेरिकी वायु सेना विमान सी-17 ग्लोबमास्टर की उड़ान के साथ ही अपने सबसे लंबे युद्ध को समाप्त कर दिया. साल 2001 में अमेरिका में अल कायदा द्वारा किए गए 9/11 के आतंकी हमलों की बरसी से ठीक 11 दिन पहले अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की अंतिम वापसी हुई. इसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडन अमेरिकियों को संबोधित कर रहे हैं. जो बाइडन ने कहा, अफगानिस्तान की सरकार भ्रष्ट थी. गनी के भागने से काबुल में अराजकता फैला. अफगानिस्तान राष्ट्रपति अशरफ ने देश को तालिबान को सैंपा. उन्होंने कहा, अमेरिकियों के रेस्क्यू के लिए 6 हजार सैनिक भेजे. 90 प्रतिशत अमेरिकियों का रेस्क्यू हो चुका है. साथ ही बाइडन ने कहा कि तालिबान अब अफगानिस्तान में मजबूत है. 2001 से तालिबान मजबूत हो रहा है. आधे अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा था. काबुल छोड़ने के अलावा विकल्प नहीं था.