
US Stock Market: अमेरिकी मार्केट में हाहाकार, अब कल भारतीय शेयर बाजार का क्या होगा?
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अमेरिकी बाजार में Dow Jones इंडेक्स 446 पॉइंट (-1%) गिरा है, जबकि S&P 500 फ्यूचर्स 1.3% टूटा और Nasdaq 673 अंक लुढ़का है. वहीं 350 अंकों की गिरावट आई है.
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भले ही मामूली गिरावट पर बंद हुआ हो, लेकिन कल यानी मंगलवार को भारी गिरावट का डर अभी से सताने लगा है. ऐसा इसलिए क्योंकि आज अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है. Dow Jones और NASDAQ औंधे मूंह गिरे हैं. Gift Nifty भी 72 अंक टूटकर 22,421 पर आ चुका है.
अमेरिकी बाजार में Dow Jones इंडेक्स 446 पॉइंट (-1%) गिरा है, जबकि S&P 500 फ्यूचर्स 1.3% टूटा और Nasdaq 673 अंक लुढ़का है. वहीं 350 अंकों की गिरावट आई है. पिछले हफ्ते भी अमेरिकी बाजार में जबरदस्त गिरावट रही थी. S&P 500 - 3.1%, Dow Jones - 2.4% नीचे और Nasdaq 3.5% फिसला था.
अचानक क्यों आई बड़ी गिरावट? इस हफ्ते आने वाले कई आर्थिक आंकड़ों (Economic Data) से पहले निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि टैरिफ, महंगाई और वैश्विक मंदी (Recession) की आशंका बाजार को नीचे की ओर लेकर जा रही है. अगर महंगाई दर (Inflation) में बढ़ोतरी जारी रहती है, तो अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करने से बच सकता है, जिससे बाजार में और गिरावट आ सकती है.
उल्टा पड़ रहा ट्रंप का दांव डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर भारत समेत मैक्सिको, कनाडा और चीन पर नए टैरिफ का ऐलान किया है. जिसके जवाब में मैक्सिको, कनाडा और चीन ने भी टैरिफ लगाया है. ऐसे में इन देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. साथ ही ट्रेड वॉर का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. जिस कारण बाजार में गिरावट देखी जा रही है. इससे भरतीय बाजार भी प्रभावित हो सकता है.
कौन-कौन से आने वाले हैं आंकड़े? इस हफ्ते बड़ी आर्थिक रिपोर्ट्स आने वाली हैं, जिनका असर बाजार पर पड़ेगा. फरवरी महीने के Consumer Price Index (CPI) के आंकड़े आएंगे बुधवार को आएंगे. गुरुवार को Producer Price Index (PPI) जारी होगा. महंगाई बढ़ने की संभावना से बाजार असमंजस में है.
भारतीय शेयर बाजार का क्या होगा? जिस हिसाब से आज अमेरिकी बाजार में गिरावट देखी जा रही है. उस हिसाब से देखा जाए तो कल भारतीय बाजार में गिरावट रह सकती है. FII बिकवाली जारी रह सकती है, जिससे Nifty और Sensex दबाव में रहेंगे. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में ज्यादा कमजोरी देखने को मिल सकती है. अगर अमेरिका में मंदी (Recession) के संकेत बढ़ते हैं, तो भारतीय बाजारों पर भी इसका नकारात्मक असर होगा.

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