India vs Australia: टेस्ट के बाद वनडे में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त देने उतरेगा भारत, पहला वनडे आज
AajTak
भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज आज (17 मार्च) होगा. पहला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दोपहर 1.30 बजे से खेला जाएगा. पहले वनडे मैच में कप्तान रोहित शर्मा भी नहीं खेलेंगे. वो पारिवारिक कारणों से बाहर हैं. ऐसे में पहले वनडे में हार्दिक पंड्या कप्तानी करते नजर आएंगे.
India vs Australia: टेस्ट सीरीज पर 2-1 से कब्जा करने के बाद टीम इंडिया अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में अपना दम दिखाएगी. सीरीज का पहला मुकाबला मुंबई में शुक्रवार को खेला जाएगा. इस साल के आखिरी में होने वाले वर्ल्ड कप की तैयारियों के साथ भारतीय टीम की नजरें ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या की कप्तानी को परखने पर होंगी. वानखेड़े स्टेडियम में यह मैच दोपहर 1.30 बजे से खेला जाएगा.
नियमित कप्तान रोहित शर्मा पारिवारिक कारणों से इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे. उनकी गैरमौजूदगी में पंड्या टीम का नेतृत्व संभालेंगे. पंड्या की कप्तानी में गुजरात जायंट्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अपने पहले सीजन में खिताब जीता था. वह पिछले कुछ समय से टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया की कमान संभाल रहे हैं.
वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए उतरेगी भारतीय टीम
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीतने के साथ ही जून में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल का टिकट पक्का कर लिया है. उसके बाद भारतीय टीम अब 50 ओवरों के वर्ल्ड कप के लिए अपनी तैयारी को दुरुस्त करने पर फोकस करेगी. वनडे वर्ल्ड कप इसी साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में होगा.
भारत ने अपना पिछला वर्ल्ड कप घरेलू सरजमीं पर महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में जीता था. इसे ध्यान में रखते हुए रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम से भी ऐसी ही सफलता की उम्मीद होगी. भारतीय टीम ने इस साल श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ दो अलग-अलग सीरीज में वनडे प्रारूप में सभी 6 मैच जीतकर शानदार शुरुआत की है.
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है. सीरीज का पहला मैच नागपुर और दूसरा मुकाबला कटक में हुआ. दोनों ही मैच भारतीय टीम ने 4 विकेट से जीते. मगर इन दोनों ही मैचों में कप्तान रोहित को मजबूरी में 2 बड़े फैसले लेने पड़े थे. हालांकि आखिर में यह दोनों ही फैसले उनके लिए वरदान साबित हुए.