BPSC Protest: अनुमित नहीं मिलने के बाद भी गांधी मैदान में पहुंचे हजारों BPSC प्रदर्शनकारी, पुलिस बल तैनात-बंद किए सभी गेट
AajTak
BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के चलते हजारों प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी गांधी मैदान पहुंचे. नेता प्रतिपक्ष प्रशांत किशोर को गांधी मैदान में 'छात्र संसद' में शामिल होना था, लेकिन प्रशासन ने गांधी मैदान में प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी. पुलिस की सख्ती के बावजूद अभ्यर्थी डटे रहे और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की.
BPSC Protest Latest Update: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों का आंदोलन आज एक अहम मोड़ पर पहुंच गया. हजारों अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर गांधी मैदान में इकट्ठा हुए, जहां नेता प्रतिपक्ष प्रशांत किशोर ने 'छात्र संसद' बुलाने का आह्वान किया गया था. हालांकि, जिला प्रशासन ने इस सभा की अनुमति नहीं दी थी और सुरक्षा के मद्देनजर गांधी मैदान के सभी गेट बंद कर दिए गए.
बीपीएससी परीक्षा रद्द और री-एग्जाम की मांग कर रहे अभ्यर्थी
दरअसल, बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 70th PT Exam 2024) में गड़बड़ी का आरोप लगात हुए अभ्यर्थी परीक्षा रद्द और री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं. जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बीपीएससी परीक्षाओं को लेकर आंदोलनरत अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी और उन्हें अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया था. उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों से रविवार को बड़ी संख्या में गांधी मैदान पहुंचने की अपील की थी, ताकि आंदोलन के अगले चरण की योजना बनाई जा सके.
यह भी पढ़ें: BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले थे प्रशांत किशोर, गांधी मैदान में आयोजन की नहीं मिली अनुमति
नहीं मिली गांधी मैदान में 'छात्र संसद' की अनुमति
प्रशांत किशोर को इस 'छात्र संसद' में शामिल होना था. आंदोलनकारियों को बापू की प्रतिमा के पास बुलाया गया, लेकिन प्रशासन ने गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे छात्र संसद का आयोजन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. प्रशासन ने दलील दी कि, गांधी मैदान में किसी भी कार्यक्रम के आयोजन के लिए कम से कम 45 दिन पहले आवेदन करना अनिवार्य है. जन सुराज पार्टी ने शुक्रवार शाम को ही आवेदन दिया था, जो नियमानुसार काफी देर से था. प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि गांधी मूर्ति के नीचे किसी भी प्रकार के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाती. इस समय गांधी मैदान में विभिन्न मेले और महोत्सव चल रहे हैं, जिसके कारण नए कार्यक्रम के लिए अनुमति देना संभव नहीं है.
कहते हैं, कानून का हाथ बहुत लंबा होता है, और कोई कितनी भी चालाकी कर ले, उससे बच नहीं सकता. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में इसकी बानगी देखने को मिली, जहां एक शख्स चालान से बचने के लिए अपने हाथों से नंबर प्लेट छिपाने की कोशिश करता है, लेकिन पुलिसकर्मी मोबाइल के हाई-टेक कैमरे की मदद से दूर से ही उसका नंबर रिकॉर्ड कर लेता है
साल 2024 में कई लोग साइबर ठगी का शिकार हुए, जिसमें कई लोगों की जिंदगीभर की कमाई लुट गई है. इस दौरान कई लोगों ने अपनी जिंदगी भी गंवा दी. इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) के मुताबिक, साल 2024 के पहले छह महीने में भारतीयों ने करीब 11 हजार करोड़ रुपये गंवा दिए थे. भारतीयों ने औसतन डेली 60 करोड़ रुपये गंवाए हैं.
सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी (Osamu Suzuki) का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. साल 1958 में सुजुकी फैमिली में विवाह करने के बाद वो इस कारोबारी घराने से जुड़े. 40 सालों के अपने कार्यकाल में उन्होनें कई बड़े फैसले लिए लेकिन भारत में सुजुकी के एंट्री को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है.