दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ेंगे बस मार्शल, 6 कैंडिडेट की पहली लिस्ट जारी
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कई महीनों तक लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली के बस मार्शलों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. बस मार्शल कई सीटों पर मुख्य पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
कई महीनों तक लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली के बस मार्शलों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. बस मार्शल कई सीटों पर मुख्य पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. पूर्व बस मार्शल जनहित दल के नाम से बनी पार्टी के बैनर तले चुनाव में उतरेंगे. पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर 6 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की.
पार्टी ने दावा किया है कि इन 6 उम्मीदवारों में पांच पूर्व बस मार्शल हैं. हाई प्रोफाइल सीट नई दिल्ली के अलावा मुंडका, नरेला, मुस्तफाबाद, तिमारपुर और बुराड़ी में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. श्यामो देवी नरेला से, प्रवीण कुमार मुंडका, ललित भाटी मुस्तफाबाद, राकेश रंजन श्रीवास्तव तिमारपुर, आदित्य राय नई दिल्ली, अनिल कुमार बुराड़ी से चुनाव लड़ेंगे.
वामपंथी दल भी लड़ेंगे चुनाव आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में वामपंथी दल कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सीपीआई (मार्क्सवादी), सीपीआई, सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के नेताओं ने कहा कि वामपंथी पार्टियां दिल्ली के लोगों को एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच देंगी.
उन्होंने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी और राज्य में आम आदमी पार्टी पर आम जनता के मुद्दों को अनदेखा करने का आरोप लगाया. फॉरवर्ड ब्लॉक और कम्युनिस्ट गदर पार्टी ऑफ इंडिया (सीजीपीआई) भी इस वामपंथी गठबंधन का हिस्सा होंगी. सीपीआई (एम) नेता अनुराग सक्सेना ने कहा, 'लेफ्ट पार्टियां दिल्ली में उस खाली राजनीतिक जगह को भरना चाहती हैं, जिसे मुख्यधारा की पार्टियों ने छोड़ा है. केंद्र में भाजपा और राज्य में आप ने दिल्ली के लोगों को विफल कर दिया है.'
उन्होंने कहा, 'मुख्यधारा की पार्टियां दिल्ली के नागरिकों के हितों को पूरा करने में विफल रही हैं. वामपंथी दलों ने अपने मजबूत क्षेत्रों में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.' वामपंथी दल दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के विकेंद्रीकरण, शहरी स्थानीय निकायों को अधिक अधिकार देने, बेरोजगारी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, न्यूनतम मासिक वेतन 26,000 रुपये करने, और पीने के पानी जैसे मुद्दों को उठाएंगे.
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