अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में भेजे B-52 बमबर्षक, जानिए क्यों दुश्मन के लिए महाविध्वंसक है लड़ाकू विमान
AajTak
इन विशालकाय विमानों का इस्तेमाल अमेरिकी वायु सेना बी-52 करीब 50 वर्षों से कर रही है. 21वीं सदी में, इराक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद इनका इस्तेमाल तालिबान और इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
अमेरिका और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने मध्य पूर्व (Middle East) में अपने B-52 बमवर्षक विमानों को तैनात कर दिया है. बीते हफ्ते ही रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने मध्य पूर्व में अधिक बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक बी-52 लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों को भेजने का आदेश दिया था.
यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने इस क्षेत्र में बी-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस की तैनाती की घोषणा की. इस बात की संभावना है कि अगर ईरान फिर से इजरायल पर अटैक करता है तो अमेरिकी इस हमले के खिलाफ अपने बी-52 बमवर्षकों से बमबारी करने का विकल्प चुन सकता है. अमेरिकी वायु सेना के पास वर्तमान में 58 बी-52 बमवर्षक हैं.
'बफ़' के नाम से मशहूर
बता दें कि बी-52 बमवर्षक विमान पारंपरिक बमों के साथ परमाणु बमों को भी गिरा सकते हैं.अक्सर 'बफ़' (बड़ा बदसूरत मोटा साथी) कहे जाने वाले इन विशालकाय विमानों का इस्तेमाल अमेरिकी वायु सेना बी-52 करीब 50 वर्षों से कर रही है.
इसमें बेहद अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम लगे हैं जो इसे दुश्मन के जहाजों, मिसाइलों, रॉकेटों, हेलिकॉप्टरों की जानकारी देते हैं. ताकि यह सही समय पर हमला कर सके या बच सके. 21वीं सदी में, इराक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद इनका इस्तेमाल तालिबान और इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
यह भी पढ़ें: अमेरिका दो B-52 परमाणु बमवर्षक मिडिल ईस्ट में कर रहा तैनात.. जानिए क्या होगा असर?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतकर दूसरे कार्यकाल की तैयारी में डोनाल्ड ट्रंप जुट गए हैं. दुनियाभर के नेताओं से ट्रंप के बातचीत का दौर जारी है. सऊदी क्राउन मोहम्मद बिन सलमान और ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत हुई है. वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी फोन पर बातचीक हुई है. देखें वीडियो.
सोशल मीडिया पर रूढ़िवादी चैनलों ने फुटेज को व्यापक रूप से शेयर किया, जिससे राष्ट्रपति की शारीरिक फिटनेस के बारे में चर्चा फिर से शुरू हो गई. बाइडेन की उम्र और मानसिक तीक्ष्णता को लेकर चर्चा उस समय जांच तेज हो गई थी, जब उन्होंने अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान कई बार मौखिक रूप से गलतियां कीं और कैमरे पर भ्रमित दिखाई दिए.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि वे पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत से वापस लाने के लिए इंटरपोल की सहायता लेंगे. साल 2010 में, जब मोहम्मद युनुस को अमेरिका में कॉन्ग्रेसनल गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था, हिलेरी क्लिंटन अमेरिका की विदेश मंत्री थीं. वो 2007 से ही मोहम्मद युनुस को यह सम्मान दिलाने का प्रयास कर रही थीं.
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को हराकर सत्ता हासिल कर ली है. डोनाल्ड ट्रंप की जीत से ताइवान की आशाएं थोड़ा बढ़ गई हैं. उन्हें उम्मीद है कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका से हथियारों की अच्छी डील हो सकती हैं. ऐसे में ट्रंप को खुश करने के लिए ताइवान एक बड़े डिफेंस पैकेज को लेकर अमेरिका से बात कर सकता है.