'हम आतंकवाद पर...', पाकिस्तान में चीनी वर्कर्स पर हमलों को लेकर चीन ने क्या कहा
AajTak
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि वो अपने लोगों की सुरक्षा के लिए आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देता रहेगा.
चीन का कहना है कि वो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के साथ रहेगा. चीन का ये बयान ऐसे समय आया है, जब आए दिन पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी वर्करों पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि वो अपने लोगों की सुरक्षा के लिए आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देता रहेगा. लिन जियान की ये टिप्पणी ऐसे वक्त आई है, जब हाल ही में कराची में एक झगड़े में सिक्योरिटी गार्ड की गोली लगने से दो चीनी नागरिक घायल हो गए थे.
जियान ने कहा कि हम विदेशों में रह रहे चीनी नागरिकों, अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे चीनी वर्कर्स की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं. लेकिन चीनी वर्कर्स पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. चीन अपने लोगों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है.
लिन जियान का कहना है कि दोनों देशों के संबंध बिगाड़ने की कोशिश करने वाले आतंकियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को कमजोर करने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी.
पाकिस्तान में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट पर हजारों चीनी वर्कर्स काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट से बलूच लड़ाके नाराज हैं. उनका आरोप है कि चीन और पाकिस्तान उनके संसाधनों का दोहन कर रहे हैं. इसी कारण चीनी वर्करों पर बलूच लड़ाकों के हमले तेज हो गए हैं. चीन इस प्रोजेक्ट पर 60 अरब डॉलर खर्च कर रहा है.
CPEC चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का हिस्सा है. तीन हजार किलोमीटर लंबा ये कॉरिडोर चीन के काशगर से शुरू होता है और पाकिस्तान के ग्वादर पर खत्म होता है. ये कॉरिडोर में उत्तर में सिल्क रोड और दक्षिण में समुद्री सिल्क रोड को जोड़ता है. इस कॉरिडोर में हाईवे, रेलवे लाइन, पाइपलाइन और ऑप्टिकल केबल का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है.
दक्षिण अमेरिकी देश चिली वैसे तो ईसाई-बहुल देश रहा है, लेकिन अब वहां एक विवादास्पद धार्मिक मान्यता तेजी से फैल रही है. Temple of Satan नाम का धार्मिक संगठन चिली सरकार से आधिकारिक मान्यता चाह रहा है. टेंपल ऑफ सैटन के मानने वाले काली मोमबत्तियां जलाते और कई ऐसी रस्में करते हैं जो मौजूदा धर्मों से अलग हैं. कुछ सालों पहले अमेरिका में भी सैटानिक टेंपल पर विवाद हुआ था. आइए जानते हैं क्या है ये नया धर्म और इसपर क्यों है विवाद?
प्रॉसिक्यूटर्स ने रविवार को मर्चन को ईमेल के माध्यम से इस कार्यवाही को टालने का अनुरोध किया था, जिसमें ट्रंप की 5 नवंबर को हुई राष्ट्रपति चुनावी जीत और जनवरी 2025 में उनके शपथ ग्रहण का हवाला दिया गया था. प्रॉसिक्यूटर्स ने इसे 'अभूतपूर्व परिस्थितियां' बताया. जवाब में, जज मर्चन ने अनुरोध स्वीकार कर लिया और मामले की सभी कार्यवाही 19 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी.