राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार मिले बाइडेन और ट्रंप, सत्ता सौंपने को लेकर हुई चर्चा
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अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार मुलाकात की. बैठक में सबसे पहले बाइडेन ने बात की और सत्ता के सुचारू हस्तांतरण के महत्व पर जोर दिया.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार मुलाकात की. बैठक की शुरुआत में बाइडेन ने ट्रंप का स्वागत किया और दोनों ने ओवल ऑफिस में मुलाकात की. बाइडेन ने ट्रंप से कहा कि वह सत्ता का सुचारू और शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे और आपको समायोजित करने के लिए वह सब कुछ करेंगे, जो वह कर सकते हैं. इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि यह जितना संभव हो सके उतना सहज होगा.
जुलाई तक बाइडेन ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन रिपब्लिकन नेता के खिलाफ एक खराब बहस के प्रदर्शन ने डेमोक्रेट्स के बीच उनकी मानसिक फिटनेस और दूसरे कार्यकाल के लिए उम्र को लेकर चिंता पैदा कर दी और उन्हें पद से हटने के लिए कहा. बाद में बाइडेन ने हार मान ली और दौड़ से बाहर हो गए, और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे किया.
बुधवार को बाइडेन और ट्रम्प के बीच हुई बातचीत दोनों नेताओं द्वारा वर्षों से एक-दूसरे पर की जाने वाली आलोचनाओं के बिल्कुल विपरीत थी. चुनाव प्रचार के दौरान 81 वर्षीय बाइडेन ने ट्रम्प को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया, जबकि 78 वर्षीय ट्रम्प ने बाइडेन को अक्षम कहा. जलवायु परिवर्तन से लेकर रूस और व्यापार तक की नीतियों पर दोनों की टीमें अलग-अलग रुख रखती हैं.
वहीं, फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन अपने पति जो बाइडेन के साथ शामिल हुईं, उन्होंने ट्रम्प को उनकी जीत पर बधाई दी. द हिल के अनुसार उन्होंने उन्हें पूर्व फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प को संबोधित बधाई पत्र सौंपा. इससे पहले ट्रम्प का काफिला भारी सुरक्षा वाले व्हाइट हाउस गेट से गुजरा और ओवल ऑफिस में बाइडेन ने ट्रंप का स्वागत किया.
इससे पहले मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने ट्रम्प को आमंत्रित करने के बाइडेन के फैसले के बारे में बात करते हुए कहा कि 81 वर्षीय राष्ट्रपति सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि वह मानदंडों में विश्वास करते हैं, वह हमारी संस्था में विश्वास करते हैं, वह सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में विश्वास करते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. इसलिए वह अभी से अपनी बेस्ट टीम बनाने में जुट गए हैं. ट्रंप ने मस्क और विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DOGE) की जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने इस बात का ऐलान किया है कि मुझे देशभक्त एलन मस्क को इस विभाग का नेतृत्व सौंपने में खुशी हो रही है.
कैबिनेट की वीकली मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में राष्ट्रपित मसूद पेजेशकियन ने कहा, 'हमारे देश में ईंधन कम है और हम सर्दियों में समस्याओं का सामना कर सकते हैं. इसलिए हमें अब पावर प्लांट को समायोजित करना होगा, ताकि आने वाले दिनों में परेशानी से बचा जा सके. अगर हम इसके बारे में आज नहीं सोचेंगे तो हमें सर्दियों में एक गंभीर खतरे का सामना करना पड़ सकता है'.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जबरदस्त जीत हासिल की है. ट्रंप की जीत से उनके समर्थकों में खुशी है तो विपक्षी नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक निराश हैं. इस बीच, अमेरिका की एक क्रूज शिप कंपनी ने ट्रंप की जीत से निराश लोगों को 4 साल के लिए 'स्किप फॉरवर्ड' का ऑफर दिया है. अमेरिका में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 साल का होता है.
एलन मस्क कई बार कह चुके कि उनके पास अपना कोई घर नहीं, बल्कि वे अपने किसी दोस्त या परिचित के घर रात बिताते हैं. फिलहाल अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप का घर उनका ठिकाना है. वे फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो के एक कमरे में ठहरे हुए हैं. मस्क अकेले नहीं, बहुत से बेहद अमीर लोग अपना घर लेने से बचते रहे, या फिर घर बनाया भी तो आम लोगों की तरह.