
अडानी की झोली में अब आई ये कंपनी, AI सेक्टर में करती है काम, शेयर भागे
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अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि सिरियस डिजिटेक ने 22,500 इक्विटी शेयर (प्रति शेयर 1 रुपये फेस वैल्यू वाले) 20,000 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे हैं, जिससे कुल निवेश 45,00,00,000 रुपये हो गया है, जो PIPL की शेयर पूंजी का 22.5% है.
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि अडानी ग्लोबल लिमिटेड मॉरीशस के ज्वाइंट वेंचर सिरियस डिजिटेक लिमिटेड ने पार्सरलैब्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (PIPL) में बाकी 22.5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली है. इस डील के साथ ही अब अडानी की कंपनी के पास इसकी 100 फीसदी हिस्सेदारी हो चुकी है. अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि सिरियस डिजिटेक ने 22,500 इक्विटी शेयर (प्रति शेयर 1 रुपये फेस वैल्यू वाले) 20,000 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे हैं, जिससे कुल निवेश 45,00,00,000 रुपये हो गया है, जो PIPL की शेयर पूंजी का 22.5% है.
19 मार्च, 2025 को पूरा होने वाला यह ट्रांजेक्शन अडानी समूह के डेटा सेंटर और क्लाउड सर्विस सेक्टर में विस्तार में एक मील का पत्थर है. अडानी ग्रुप की ओर से (सिरियस डिजिटेक के माध्यम से) PIPL में कंट्रोल हिस्सेदारी हासिल करने का उद्देश्य डेटा सेंटर और क्लाउड पेशकश के सेक्टर में अपनी पेशकश का विस्तार करना है.
PIPL क्या करती है? यह एक भारतीय स्टार्टअप है, जो सॉवरेन AI और क्लाउड पर काम करती है. जुलाई 2024 में, सिरियस डिजिटेक ने PIPL में 77.5% हिस्सेदारी हासिल कर ली थी. सिरियस डिजिटेक लिमिटेड, अडानी ग्लोबल लिमिटेड, मॉरीशस की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है जो कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है.
शेयर में आई शानदार तेजी अडानी ग्रुप की ओर से इस कंपनी के शेयर खरीदने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर (Adani Enterprises Share) में शानदार तेजी देखने को मिली. BSE पर अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 0.84 फीसदी बढ़कर 2,338.05 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. कंपनी का मार्केट कैप 2.69 करोड़ रुपये था. पिछले छह महीने में यह शेयर 22 फीसदी तक टूट चुका है. वहीं 1 महीने में इस शेयर ने 7 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
केबल सेक्टर में उतरेंगे अडानी गौतम अडानी की कंपनी ने ऐलान किया है कि अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कच्छ कॉपर लिमिटेड के माध्यम से एक ज्वाइंट वेंचर के गठन की घोषणा की, जिसमें प्रणीता वेंचर्स ने 50:50 के रेशियो से साझेदारी की है और नई ईकाई का नाम प्रणीता इकोकेबल्स लिमिटेड रखा गया है. इस ऐलान के बाद केबल कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई. इस ऐलान के बाद पॉलीकैब, हैवेल्स, केईआई इंडस्ट्रीज और अन्य केबल कंपनियों के शेयरों में 14 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)

छोटे व्यापारी 2000 रुपये तक के UPI व्यक्ति-से-व्यापारी (P2M) लेनदेन पर 0.15% इन्सेंटिव पा सकते हैं. इसके विपरीत, बड़े व्यापारियों को ऐसे लेनदेन के लिए कोई इन्सेंटिव नहीं मिलेगा. इस योजना के तहत छोटे व्यापारियों को 2000 रुपये तक के ट्रांजेक्शन पर प्रति लेनदेन के हिसाब से 0.15% का इन्सेंटिव अमाउंट दिया जाएगा.