Startup Update: स्टार्टअप्स का बुरा हाल, पैसों के अकाल में इस महीने नहीं बने एक भी यूनिकॉर्न!
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एक बार फिर से स्टार्टअप्स को फंडिंग जुटाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, शेयर बाजारों में गिरावट और रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग ने निवेश के वातावरण को प्रभावित किया है.
इस वक्त फंडिंग की कमी (Funding Crunch) से जूझ रहे है देश के स्टार्टअप्स (Startups) के लिए ये कोई नई स्थिति नहीं हैं. इससे पहले जब साल 2016 में देश के स्टार्टअप्स फंड की कमी की वजह से मुश्किल दौर से गुजरे थे, तो उन्हें अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े थे. यहां तक की कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी भी हुई थी. छह महीने के भीतर ही करीब 50 से अधिक स्टार्टअप्स पूरी तरह से ठप हो गए थे. लेकिन उस मुश्किल परिस्थिति में भी अर्बन कंपनी (तब अर्बनक्लैप) ने खुद को संभाल लिया और वो साल 2021 में एक यूनिकॉर्न (Unicorn) बनकर उभरी. एक बार फिर से स्टार्टअप्स को फंडिंग जुटाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
फंडिंग में गिरावट
42 बिलियन डॉलर के निवेश और 42 ब्लॉकबस्टर यूनिकॉर्न के सामने आने के बाद, इंटरप्रेन्योर्स को फंड जुटाने में मुश्किलें आ रही हैं. फंड निवेश को लेकर एक अलग तरह की सुस्ती देखने को मिल रही है. पिछले साल के मुकाबले इस साल फंडिंग में गिरावट आई है. जनवरी 2022 से लेकर मई तक स्टार्टअप्स ने कुल 16 बिलियन डॉलर जुटाए हैं. वहीं, अगस्त 2021 से दिसंबर तक स्टार्टअप्स ने 20 बिलियन डॉलर जुटाए थे. जनवरी 2022 से मई के बीच कुल 16 कंपनियों ने यूनिकॉर्न के क्लब में प्रवेश किया, जबकि पिछले साल पांच महीनों में कुल 26 कंपनियों को यूनिकॉर्न का टैग मिला था.
रिकवरी पर सवाल
यूनिकॉर्न क्लब में कंपनियों की एंट्री में आई गिरावट की कई वजहें हैं. बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, शेयर बाजारों में गिरावट और रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग ने निवेश के वातावरण को प्रभावित किया है. वेंचर कैपिटल (Venture Capital) के निवेश की गतिविधियां धीमी हो गई हैं. वेंचर कैपिटल फर्म्स ने अपने पोर्टफोलियो फर्म्स को चेतावनी देना शुरू कर दिया है. कंपनियों को भेजे गए प्रेजेंटेशन में वेंचर कैपिटल फर्म सिकोइया (Sequoia) ने कहा है कि हमें विश्वास नहीं है कि तेज सुधार होने जा रहा है. आने वाले समय में रिकवरी वी शेप (V Shape) में होगी, इसका कोई अनुमान नहीं है.
निवेश में आई गिरावट की स्थिति ने स्टार्टअप्स को परेशान कर दिया है. इसका असर खासकर देर से शुरू होने वाले स्टार्टअप्स पर अधिक देखने को मिल रहा है. वेंचर कैपिटल्स के सपोर्ट से चल रहे कम से कम 24 स्टार्टअप फर्म्स ने कर्मचारियों की छंटनी की है. इस साल की शुरुआत से अब तक करीब 10,000 लोगों को टेक स्टार्टअप्स (Tech Startups) ने नौकरी से निकाला है. इसमें मीशो, अनएकेडमी, वेदांतु और कार्स24 (Cars24) सहित कई फर्म्स शामिल हैं. स्टार्टअप्स ने मुनाफे पर फोकस करने के लिए ये कदम उठाया है. लेकिन स्टार्टअप्स के लिए इस तरह का फैसला लेना एक नई घटना है.
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