Report: फेस्टिव सीजन में दिल खोलकर खर्च करने को तैयार लोग, यहां खरीदारी का बनाया प्लान
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Deloitte's की रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कोरोना से उबरने के बाद भारतीय उपभोक्ता इस फेस्टिव सीजन में ज्यादा खर्च करने को तैयार हैं. इस खर्च में घरेलू सामानों की खरीद से लेकर धूमने-फिरने और वाहन खरीदने तक का डाटा शामिल किया गया है. कंज्यूमर ना सिर्फ धरेलू बल्कि इंटरनेशनल डेस्टिनेशन का यात्रा प्लान कर रहे हैं.
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते बीते दो साल में त्योहारों को कैसे सेलिब्रेट किया गया ये किसी से छिपा नहीं है. लेकिन अब जबकि संक्रमण का प्रकोप लगभग खत्म हो चुका है, तो लोग भी फेस्टिव सीजन (Festive Season) में दिल-खोलकर खर्च करने का मन बना रहे हैं. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि इसका संकेत डेलॉयट (Deloitte) के ग्लोबल स्टेट ऑफ कंज्यूमर ट्रैकर की रिपोर्ट में मिल रहा है.
ज्यादा खर्च करने की इच्छा पीटीआई के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना से उबरने के बाद भारतीय उपभोक्ता (Indian Consumers) चालू फेस्टिव सीजन में ज्यादा खर्च करने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं. डेलॉइट की मानें तो महंगाई (Inflation) के उच्च स्तर पर होने के बावजूद अगले 4 हफ्ते में विभिन्न आयु समूहों के उपभोक्ता के नियोजित खर्च में बढ़ोतरी दिखाई देगी. इस दौरान सैप-सपाटे से लेकर खरीदारी करने के मामले में लोग ज्यादा खर्च के लिए तैयार हैं.
त्योहारों पर खरीदारी की तैयारी डेलॉइट के विश्लेषण में सामने आया है कि फेस्टिव सीजन में भारतीय उपभोक्ता यात्रा करने और होटल में ठहरने के मामले में ज्यादा खर्च करेंगे. लोग धूमने-फिरने के अलावा कपड़े खरीदने, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की खरीद या फिर घर की सजावट के सामानों को खरीदने में जमकर खर्च करने की तैयारी में हैं. फेस्टिव सीजन के दौरान इस बार लोग जहां मनोरंजन, यात्रा और घरेलू सामान खरीदने पर अपने खर्च को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं, तो इस बीच वाहन खरीदने को लेकर उनकी इच्छा भी तीव्र हुई है.
सर्वे में सामने आए ये आंकड़े रिपोर्ट के अनुसार, डेलॉयट के सर्वे में जो निष्कर्ष सामने आए हैं उनसे पता चलता है कि भारतीय उपभोक्ता मनोरंजन, रेस्तरां में खाने-पीने और छुट्टियों पर यात्रा करने के मामले में अपने खर्च में 30 फीसदी तक वृद्धि की योजना बना रहे हैं. करीब 88 फीसदी उपभोक्ता 4 हफ्तों में कहीं ना कहीं यात्रा करने पर खर्च करने की तैयारी में हैं. इस सर्वे में सामने आया है कि उपभोक्ता घरेलू और इंटरनेशनल डेस्टिनेशन की यात्रा करने के इच्छुक दिखे और उन्होंने यह प्लान कुछ देशों में मास्क-लिफ्ट की घोषणाओं समेत अन्य कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद बनाया है.
वाहनों की खरीद को तैयार लोग Deloitte's Global State of Consumer Tracker से जो संकेत मिले हैं, उनके मुताबिक बीते चार महीने में वाहन खरीदने के इच्छुक उपभोक्ताओं की संख्या नौ फीसदी बढ़ गई है. इन छह महीनों के भीतर उनकी नया या फिर सेकेंड हैंड वाहन खरीदने की इच्छा है. इसके चलते वाहन निर्माताओं को भी अगले 6 महीने में सेल बढ़ने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त 2022 तक सर्वे में शामिल 78 फीसदी भारतीय उपभोक्ताओं ने आगामी 6 महीनों में एक वाहन खरीदने की योजना बनाई है, इनमें से 84 फीसदी का प्लान नया वाहन खरीदने का है.
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