
Recession: ब्रिटेन में मंदी की घोषणा... संकट से आप कैसे रहें सेफ? जेफ बेजोस के ये टिप्स आएंगे काम
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ब्रिटेन मंदी में फंस चुका है और इसके बाद से पूरी दुनिया पर आर्थिक संकट के बादल गहराने लगे हैं. अमेजन के फाउंडर और पूर्व सीईओ ने अमेरिकी लोगों से महंगी वस्तुओं को नहीं खरीदने की सलाह दी है. मंदी से बचने के लिए लोगों को अपने खर्च को कंट्रोल करना चाहिए.
ब्रिटेन आर्थिक मंदी (Britain Economic Recession) की चपेट में आ चुका. इसके बाद से पूरी दुनिया पर मंदी की आशंका के बादल गहरे होने लगे हैं. कुछ महीनों में मंदी को लेकर लगाए जा रहे कयास अब सच हो सकते हैं. आर्थिक मंदी (Economic Recession) जब भी आती है, जनजीवन पर गहरा असर छोड़ जाती है. कई बार तो मंदी से उबरने में वर्षों लगे हैं. मंदी के आने से किसी भी देश की सिर्फ जीडीपी की साइज नहीं घटती, बल्कि लोगों के खर्च में भी भारी इजाफा होता है. कंपनियों की आमदनी घटती है. इसलिए वो पैसों की बचत के लिए कर्मचारियों को नौकरी से निकालने लगती हैं. इस तरह लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं और मंदी अपना गहरा असर छोड़ जाती है.
कब आती है आर्थिक मंदी?
अगर किसी भी देश की GDP लगातार दो तिमाही में निगेटिव में रहती है, तो इकोनॉमिक्स में उसे आर्थिक मंदी के रूप में परिभाषित किया जाता है. आमतौर पर मंदी के दौरान कंपनियों की कमाई घट जाती है. इस वजह से कर्मचारियों के वेतन में कौटती होती है. मंदी के दौरान कंपनियां आर्थिक बोझ को कम करने के लिए लोगों को नौकरी से भी निकालती हैं. इस वजह से बेरोजगारी बढ़ जाती है. इसका मतलब साफ तौर पर ये है कि सरकार को पब्लिक सर्विस पर खर्च करने के लिए टैक्स के रूप में कम पैसा मिलता है.
भारत ने दो बार झेली हैं मुश्किलें
आजादी के बाद भारत अब तक दो बार मंदी की चपेट में आया है. साल 1991 में भारत को पहली बार आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था. उस समय भारत के पास महज 3 सप्ताह के आयात के खर्चे भरे ही विदेशी मुद्रा बची थी. भारत कर्ज की किस्तों को चुकाने में असफल हो रहा था. देश का सोना बिक रहा था. लेकिन फिर भी हालात काबू में नहीं आ रहे थे. इस स्थिति में नरसिम्हा राव की सरकार ने आर्थिक उदारीकरण जैसे बड़े कदम उठाकर देश को संकट से बाहर निकाला था. दूसरी बार भारत को साल 2008 में आर्थिक मंदी की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. हालांकि, भारत में तब मंदी नहीं आई, लेकिन अमेरिका समेत अन्य देशों के संकट से भारत बच नहीं पाया.
'बंद करें कार और टीवी खरीदना'

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