Mumbai vs MP Ranji Final: 'अब्बू ना रहते तो मैं खत्म हो जाता' मूसेवाला की तरह जश्न मनाने वाले सरफराज
AajTak
रणजी फाइनल में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मध्य प्रदेश की टीम ने एक विकेट पर 123 रन बना लिए. मुंबई को अब भी 251 रनों की बढ़त हासिल है. सरफराज ने शतकीय पारी खेली...
मुंबई रणजी टीम के क्रिकेटर सरफराज खान ने गुरूवार को यहां मध्य प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में बनाए गए अपने शतक को अपने पिता और कोच नौशाद खान को समर्पित किया. शतक जड़कर मुंबई को पहली पारी में 374 रन तक पहुंचाने वाले सरफराज की आंखें डबडबाई हुई थीं.
सरफराज ने पत्रकारों से कहा, 'यह शतक मेरे अब्बू (पिता) की वजह है, यह उनके बलिदान की वजह से है और उस समय मेरा हाथ थामने की वजह से है जब मैं निराश था.' नौशाद के दोनों बेटे सरफराज और मुशीर मुंबई टीम में ही खेलते हैं. यह पूछने पर कि क्या भारतीय टीम में जगह बनाने का सपना पूरा होने की ओर है? इस सवाल के जवाब में सरफराज की आंखे डबडबा गईं.
उन्होंने कहा, 'हमारी जिंदगी सब कुछ उन छोटे छोटे सपनों के लिए हैं जिन्हें हम संजोते हैं. सपने हम (वह और उनके पिता) साथ देखते हैं. मैंने मुंबई में वापसी के बाद से दो सत्र में जो 2000 के करीब रन बनाये हैं, वह सब मेरे अब्बू की वजह से है.'
'मेरे साथ क्या हुआ, ये सभी जानते हैं'
जब कोई मैच नहीं होता तो दोनों भाई अपने पिता की निगरानी में प्रत्येक दिन छह से सात घंटे अभ्यास करते हैं. कुछ अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण सरफराज को एक सीजन के लिए उत्तर प्रदेश जाना पड़ा और उन्होंने वापसी करने से पहले ‘कूलिंग ऑफ’ समय बिताया, जिसके बाद वह फिर मुंबई की टीम में चुने गए.
सरफराज ने कहा, 'आप सब तो जानते हो मेरे साथ क्या हुआ. अब्बू ना रहते तो मैं खत्म हो जाता. इतनी सारी समस्यायें थीं और जब मैं सोचता कि मेरे अब्बू इन सबसे कैसे निपटे तो मैं भावुक हो जाता हूं. उन्होंने एक बार भी मेरा हाथ नहीं छोड़ा. मेरे भाई ने अपने फोन पर एक ‘स्टेटस’ लगाया है और मैं देख सकता हूं कि अब्बू कितने खुश हैं. मेरा दिन बन गया.'
Mohammed Shami Health Update: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज खेल रही है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत जारी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के बीच भारतीय टीम के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. BCCI ने साफ कर दिया है कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा पाएंगे.