Millionaire Left India: इस साल 8000 करोड़पति छोड़ गए भारत, देश छोड़ने वाले टॉप-5 देशों में रूस-यूक्रेन!
AajTak
भारत दुनिया के उन तीन देशों में शामिल है, जहां से करोड़पतियों का पलायन (Millionaires Left India) सबसे ज्यादा हुआ है. इस लिस्ट में पहले नंबर पर रूस, जबकि दूसरे नंबर पर चीन का नाम आता है. भारत को छोड़कर दूसरे देशों में करोड़पतियों का बसना चिंता का विषय है.
दुनिया भर में अमीरों (Rich) की तादाद बढ़ रही है. भारत में भी करोड़पतियों (Indian Millionaires) की लिस्ट में लगातार नए नाम शामिल होते जा रहे हैं. लेकिन इस बीच अमीरों के भारत छोड़कर दूसरा ठिकाना तलाशने की दर में भी जोरदार इजाफा हुआ है. हेनले एंड पार्टनर्स की एक रिपोर्ट (Henley and Partners Report) के मुताबिक, सालभर में भारत के 8,000 करोड़पतियों ने देश छोड़ा है. इस आंकड़े के साथ अब भारत अमीरों के पलायन के मामले में टॉप-3 देशों में शामिल हो गया है.
रूस-चीन के बाद तीसरे नंबर पर भारत एक ओर जहां दुनिया के शीर्ष अमीरों की लिस्ट में भारतीय उद्योगपतियों का डंका बज रहा है, वहीं बड़ी संख्या में भारतीय रईसों का देश से मोहभंग होता नजर आ रहा है. आंकड़े बता रहे हैं कि साल 2022 में ही हजारों करोड़पतियों (Millionaires) ने भारत को टाटा बोल दिया है. हेनले एंड पार्टनर्स ने अपनी रिपोर्ट में ये खुलासा किया है. इसके मुताबिक, भारत दुनिया के उन तीन देशों में शामिल है, जहां से करोड़पतियों का पलायन (Millionaires Left India) सबसे ज्यादा हुआ है. इस लिस्ट में पहले नंबर पर रूस, जबकि दूसरे नंबर पर चीन का नाम आता है.
8 हजार करोड़पतियों ने किया पलायन बिजनेस इनसाइडर पर छपी Henley and Partners की रिपोर्ट को देखें तो साफ है कि भारत समेत कई देशों के करोड़पति अपना देश छोड़ दूसरे मुल्कों में बसने को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. रिपोर्ट में मुहैया कराए गए आंकडों पर नजर दौड़ाएं तो भारत से 8,000 करोड़पतियों ने साल 2022 में पलायन किया है. जबकि इस मामले में सबसे आगे रहे रूस (Russia) से निकलकर दूसरे देशों में बसने वाले करोड़पतियों की संख्या इस साल 15,000 रही है, जबकि चीन (China) से इस अवधि में 10,000 करोड़पति ने पलायन किया है.
हाई नेटवर्थ वाले लोगों का फिर से पलायन कोविड-19 महामारी (Covid-19) के दौर में हाई नेटवर्थ वाले लोगों (High Net Worth People) के देश छोड़ने के प्लान पर कुछ ब्रेक लग गया था, लेकिन अब फिर से अमीरों ने विदेशों में बसने का फैसला कर लिया है और ताजा आंकड़ा इस बात का उदाहरण है. गौरतलब है कि हाई नेटवर्थ वाले लोगों में ऐसे अमीर शामिल होते हैं, जिनके पास एक मिलियन डॉलर या उससे अधिक की संपत्ति होती है. हालांकि, इस पलायान के साथ ही भारत में नए करोड़पतियों की तादाद में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही रिपोर्ट में ये उम्मीद भी जाहिर की गई है कि स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बेहतर होने के बाद देश छोड़ने वाले ये अमीर भारत में दोबारा वापस आ सकते हैं.
इन देशों से भी अमीर निकल रहे बाहर रिपोर्ट के मुताबिक, रूस-चीन और भारत ही नहीं, बल्कि हांगकांग एसएआर, यूक्रेन, ब्राजील, मैक्सिको, ब्रिटेन, सऊदी अरब और इंडोनेशिया जैसे देशों से भी करोड़पतियों का पलायन जारी है और इसकी दर में इजाफा हो रहा है. पिछले 10 सालों में करोड़पतियों के देश छोड़ने की दर लगातार बढ़ी है. कोरोना काल के दौरान 2020-21 में इस दर में कमी देखने को मिली थी. रिपोर्ट में रूस के हमले झेल रहे यूक्रेन के बारे में कहा गया है कि 2022 के अंत तक यूक्रेन के हाई नेटवर्थ वाले 42 फीसदी लोग देश छोड़ सकते हैं.
दुनिया के 88000 अमीरों ने तलाशा नया ठिकाना हेनले एंड पार्टनर्स की मानें तो साल 2022 में अब तक दुनिया के तमाम देशों में से लगभग 88,000 हाई-नेटवर्थ वाले लोग (HNI) दूसरे देशों में गए हैं. भारत-रूस और चीन के अलावा हांगकांग से 3,000 अमीर और यूक्रेन से 2,800 करोड़पतियों ने पलायन किया है. बिट्रेन इस लिस्ट में 1,500 अमीरों के पलायन के साथ सातवें नंबर पर है. वहीं जिन देशों में ये अमीर अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं. उनमें यूएई, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया टॉप पर हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अपना देश छोड़ने वाले करोड़पतियों में से यूएई में इस साल 4,000, ऑस्ट्रेलिया में 3,500 और सिंगापुर में 2,800 लोग पहंचे हैं.
स्वास्थ्य बीमा पर 18% जीएसटी से मध्यम वर्ग परेशान है. सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कमी के कारण लोग निजी अस्पतालों का रुख करते हैं. महंगे इलाज से बचने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं, लेकिन प्रीमियम पर भारी टैक्स लगता है. जीएसटी काउंसिल की बैठक में राहत की उम्मीद थी, पर कोई फैसला नहीं हुआ. देखें...