Japan liquor Campaign: युवाओं से शराब पीने की अपील, इस देश में चल रहा अनोखा कैंपेन
AajTak
वर्ल्ड बैंक के आंकड़े के अनुसार, जापान में लगभग एक तिहाई आबादी 65 साल या उससे अधिक उम्र की है. जापान टाइम्स के अनुसार, शराब से टैक्स रेवेन्यू 1980 में 5 फीसदी था, जो 2020 में घटकर 1.7 फीसदी रह गया है. जापान की टैक्स एजेंसी ने कहा है कि कैंपेन का मकसद शराब उद्योग को बढ़ावा देना है.
किसी देश में युवाओं से शराब (Liquor) पीने की अपील की जाए. ये सुनने में थोड़ा अजीब लगता है. लेकिन एशिया के एक देश में राजस्व में आई कमी की भरपाई के लिए युवाओं से शराब पीने की अपील की जा रही है. साथ ही शराब की खपत कैसे बढ़े, इसके लिए लोगों से आइडिया भी मांगे जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि जापान (Japan) के युवा पर्याप्त मात्रा में शराब नहीं पी रहे हैं. कोविड के बाद से रेस्टोरेंट और बार में शराब की बिक्री में गिरावट आई है. इस वजह से देश के राजस्व में कमी दर्ज की गई है.
क्यों शुरू किया गया है कैंपेन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जापान की नेशनल टैक्स एजेंसी ने Sake Viva नाम से एक कैंपेन शुरू किया है. इसके तहत 20 से लेकर 39 साल की उम्र के लोगों से व्हिस्की, वाइन और बीयर जैसी ड्रिंक्स पीने को कहा जा रहा है. साथ ही एजेंसी ने कुछ ऐसे बिजनेस आइडिया भी मांगे हैं, जिनसे शराब की बिक्री बढ़ सके. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोग सितंबर के आखिरी तक अपने आइडिया भेज सकते हैं. लोग प्रोडक्ट और इसके डिजाइन को लेकर भी अपने आइडिया दे सकते हैं.
टैक्स एजेंसी द्वारा चलाए जा रहे कैंपेन को लेकर वेबसाइट पर कहा गया है कि बर्थ रेट में गिरावट और बढ़ती उम्र वालों की संख्या में बढ़ोतरी की वजह से जीवनशैली में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. इस तरह के परिवर्तन की वजह से घरेलू मादक पेय बाजार सिकुड़ने लगा है.
टैक्स रेवेन्यू में गिरावट
वर्ल्ड बैंक के आंकड़े के अनुसार, जापान में लगभग एक तिहाई आबादी 65 साल या उससे अधिक उम्र की है. जापान टाइम्स के अनुसार, शराब से टैक्स रेवेन्यू 1980 में 5 फीसदी था, जो 2020 में घटकर 1.7 फीसदी रह गया. टैक्स एजेंसी के अधिकारी के अनुसार, कोविड के संकट के दौरान वर्क फ्रॉम होम में कुछ हद तक शराब की खपत बढ़ी थी.
Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 71.21 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 67.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज 18 नवंबर, 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.