
Infosys के शेयर में भारी गिरावट, खराब नतीजे का असर, क्या मंदी की है आहट?
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मार्च की तिमाही के कमजोर नतीजों ने इंफोसिस के शेयरों को बुरी तरह से झकझोर दिया है. सुबह के कारोबार में ही इंफोसिस के शेयर 11 फीसदी गिर गए. शेयर मार्केट भी आज गिरावट के साथ ओपन हुए. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में नजर आए.
मार्च की तिमाही के कमजोर नतीजों का असर सोमवार को देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) के शेयरों पर देखने को मिल रहा है. सुबह के कारोबार में ही इंफोसिस के शेयर 11 फीसदी टूट गए. जनवरी से मार्च की तिमाही में कंपनी की आमदनी अनुमान से कम रही है. चौथी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 7.8 फीसदी बढ़कर 6128 करोड़ रुपये रहा. इससे पहले दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 6586 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया था. यानी दिसंबर की तिमाही के मुकाबले मार्च की तिमाही में कंपनी के मुनाफे में गिरावट आई है.
52 वीक लो पर स्टॉक
ब्रोकरेज फर्मों ने इंफोसिस की रेटिंग में कटौती की है और इसका सीधा असर IT इंडेक्स पर नजर आ रहा है, जो 6 फीसदी से अधिक टूटे हैं. इंफोसिस के शेयर 11 फीसदी की गिरावट के बाद आज अपने 52 वीक लो लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं. इंफोसिस के स्टॉक ने 1219 रुपये के 52-सप्ताह के निचले स्तर को छू लिया.इंफोसिस के शेयर आज सुबह 1250.30 रुपये पर ओपन हुए और 1185 रुपये के लो लेवल तक गए.
हालांकि, कंपनी के शेयर मार्च की तिमाही के नतीजों के आने से पहले से ही टूट रहे थे. लेकिन रिजल्ट के बाद ADR में भारी गिरावट आई है. कंपनी का प्रॉफिट और इनकम दोनों अनुमान से कमजोर रहे हैं.
क्या है बड़ी वजह?
देश की दो दिग्गज IT कंपनियों इंफोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के तिमाही के कमजोर नतीजों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है. जानकारों का मानना है कि इन दोनों कंपनियों के प्रदर्शन में आई गिरावट की वजह अमेरिका का बैंकिंग संकट है.

Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में आज कच्चा तेल 70 डॉलर पहुंच गया है. ब्रेंट क्रूड आज 70.00 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 66.71 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज (बुधवार), 12 मार्च, 2025 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.