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GST के चार साल पूरे, रास्ते में अब भी ये संकट, पीएम ने की सराहना
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देश के ऐतिहासिक टैक्स सुधार की दिशा में वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू हुए पूरे 4 साल हो गए हैं. मोदी सरकार ने 1 जुलाई 2017 को अप्रत्यक्ष कर की इस नई व्यवस्था को लागू किया था. यह टैक्स के मोर्चे पर सुधार का बड़ा कदम था.
देश के ऐतिहासिक टैक्स सुधार की दिशा में वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू हुए पूरे 4 साल हो गए हैं. मोदी सरकार ने 1 जुलाई 2017 को अप्रत्यक्ष कर की इस नई व्यवस्था को लागू किया था. यह टैक्स के मोर्चे पर सुधार का बड़ा कदम था. जीएसटी के वजूद में आने से रोजमर्रा की कई चीजों पर टैक्स की दरें बदल गईं. जीएसटी के 4 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी सराहना की है. उन्होंने कहा है कि यह भारत के आर्थिक परिदृश्य में मील का पत्थर साबित हुआ है. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'जीएसटी भारत के आर्थिक परिदृश्य में मील का पत्थर साबित हुआ है. इसने करों की संख्या, अनुपालन बोझ और आम आदमी पर समग्र कर बोझ में कमी की है जबकि पारदर्शिता, अनुपालन और समग्र संग्रह में काफी वृद्धि हुई है. दरअसल, जीएसटी को लागू करने के पीछे 5 मकसद थे- महंगाई पर लगाम, अनुपालन बोझ कम होगा, टैक्स चोरी पर लगाम, जीडीपी में इजाफा और टैक्स कलेक्शन बढ़ जाएगा. लेकिन सरकार को उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिली है. महंगाई के मोर्चे पर भले ही सरकार को थोड़ी कामयाबी मिली है. लेकिन जीएसटी काउंसिल अभी भी जीएसटी में टैक्स चोरी को रोकने की कवायद में लगी है.