Cochin Shipyard Stock Crash: 4 महीने में 51% टूट गया ये डिफेंस स्टॉक, क्या खरीदने का यही सही मौका? जानें- एक्सपर्ट की राय
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यह फर्म कोचीन शिपयार्ड है, जिसने जनवरी 2021 से जुलाई 2024 तक 15 गुना से अधिक का रिटर्न दिया है. ऑर्डर बुक की बात करें तो यह 30 जून 2024 तक 22,587 करोड़ रुपये थी, जिसमें जहाज निर्माण में 21,587 करोड़ रुपये और जहाज-मरम्मत अनुबंधों में 1,000 करोड़ रुपये शामिल हैं.
सरकारी कंपनी के शेयर में इन दिनों गिरावट जारी है. एक डिफेंस कंपनी के शेयर में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है. ये अपने 52 सप्ताह के हाई लेवल से 51 फीसदी टूट चुका है. यह फर्म कोचीन शिपयार्ड है, जिसने जनवरी 2021 से जुलाई 2024 तक 15 गुना से अधिक का रिटर्न दिया है. ऑर्डर बुक की बात करें तो यह 30 जून 2024 तक 22,587 करोड़ रुपये थी, जिसमें जहाज निर्माण में 21,587 करोड़ रुपये और जहाज-मरम्मत अनुबंधों में 1,000 करोड़ रुपये शामिल हैं.
8 जुलाई 2024 को यह अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर था, जो अब 51% से अधिक गिर चुका है. केंद्रीय बजट 2024-25 में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय को सरकार का आवंटन 2,377.49 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2015 में यह लगभग 1,029 करोड़ रुपये था. बजट के बाद से ऐलान के बाद इसके शेयरों में और तेजी देखी गई थी. शुक्रवार को इसके शेयर 5 फीसदी टूटकर 1,447.65 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
अभी इस शेयर को खरीदान चाहिए या नहीं? क्या हालिया गिरावट कोचीन शिपयार्ड में निवेश करने का अवसर है? यस सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अमर अंबानी ने कहा कि कंपनी को सरकार के रक्षा स्वदेशीकरण अभियान और आत्मनिर्भर भारत पहल से लाभ हुआ है, जो पनडुब्बी रोधी युद्धपोतों, अगली पीढ़ी की मिसाइलों और विमान वाहक के लिए उच्च मूल्य के ऑर्डर से होता है.
कैसा रहा है कंपनी का कारोबार? अंबानी ने कहा कि इसने कई जहाजों के निर्माण के लिए बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर भी हासिल किए हैं. बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और 'मेक इन इंडिया' मिशन पर भारत के अडिग फोकस को देखते हुए हम निरंतर राजस्व वृद्धि और मार्जिन देख रहे हैं. इसके अलावा, चल रहे सुधार के बीच वैल्यूवेशन में काफी गिरावट आई है. हाल ही में हुए सुधार के बावजूद, कंपनी के शेयरों ने 8 नवंबर, 2024 को 43 गुना के प्राइस-से-इनकम अनुपात पर कारोबार किया, जबकि इसका तीन साल का औसत लगभग 26 गुना था. जुलाई 2024 में कंपनी का पी/ई अनुपात 85 गुना के आसपास था.
सितंबर 2024 को समाप्त छमाही के लिए, कोचीन शिपयार्ड ने 1,914 करोड़ रुपये की समेकित सकल बिक्री की सूचना दी, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,487.58 करोड़ रुपये के मुकाबले 28.7% अधिक है. इस बीच, इसी अवधि के दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 29.62% सालाना बढ़कर 363.16 करोड़ रुपये हो गया.
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज की इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रांती बाथिनी ने कहा कि मजबूत ऑर्डर बुक को देखते हुए कोचीन शिपयार्ड में आय की संभावना मजबूत है. कोई भी गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का मौका है.
Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 73.87 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 70.38 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज, 10 नवंबर 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.
इस कंपनी के प्रोडक्ट्स मेंशन हाउस फ्रेंच ब्रांडी, कुरियर नेपोलियन ब्रांडी ग्रीन, कुरियर नेपोलियन फाइनेस्ट प्योर ग्रेप फ्रेंच ब्रांडी, मेंशन हाउस चेरी फ्लैंडी, मेंशन हाउस पीच फ्लैंडी, मेंशन हाउस चैंबर्स ब्रांडी, मेंशन हाउस गोल्ड बैरल व्हिस्की, ब्लू लगून जिन हैं. तिलकनगर इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 6,800 करोड़ रुपये है.
प्रधानमंंत्री ने उनको याद करते हुए लिखा कि आज भी शहरों, कस्बों से लेकर गांवों तक, लोग उनकी कमी को गहराई से महसूस कर रहे हैं. चाहे कोई उद्योगपति हो, उभरता हुआ उद्यमी हो या कोई प्रोफेशनल हो, हर किसी को उनके निधन से दुख हुआ है. पर्यावरण रक्षा से जुड़े लोग...समाज सेवा से जुड़े लोग भी उनके निधन से उतने ही दुखी हैं और ये दुख हम सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया महसूस कर रही है.
Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 73.87 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 70.38 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज, 9 नवंबर 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.