52 करोड़ रुपये में बिका टेप से चिपका केला! आर्ट वर्क के नाम पर कुछ भी...
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अमेरिका में दीवार पर टेप से चिपका एक केला 6.2 मिलियन डॉलर यानी करीबन 52 करोड़ भारतीय रुपयों में बिका. न्यूयार्क में बकायदा इसकी नीलामी हुई. जानते हैं आखिर ऐसा क्या था इस केले में?
अमेरिका के न्यूयार्क में एक नीलामी की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. यहां टेप से चिपके एक केले की बोली लगाई गई. इसे खरीदने के लिए लोगों में होड़ मची थी. इसके लिए कुछ भी कीमत देने को तैयार थे. इसके लिए 5.2 मिलियन डॉलर तक की बोली लगाई. यानी खरीदार 43 करोड़ रुपये तक देने को तैयार हो गए. आखिर इस टेप से चिपके केले में ऐसा क्या था, कि लोग इतने पैसे देने को तैयार हो गए.
बता दें कि यह नीलामी सिर्फ एक केले की नहीं थी. यह एक फेमस आर्टवर्क की नीलामी थी. यह आर्टवर्क के नाम पर दीवार पर टेप से चिपका एक केला था. यह डक्ट-टेप वाला केला मौरिजियो कैटेलन का आर्टवर्क 'कॉमेडियन ' है. यह एक फेमस कलाकृति मानी गई है और न्यूयॉर्क की नीलामी में इसे 5.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बेचा गया. खरीदार ने अंतिम भुगतान के रूप में 6.2 मिलियन डॉलर यानी 52 करोड़ रुपये दिये.
चीन के उद्यमी ने खरीदा केला, चुकाए 52 करोड़ रुपये क्रिप्टो उद्यमी जस्टिन सन ने 2019 में वायरल हुई कलाकृति के तीन संस्करणों में से एक खरीदा. मौरिजियो कैटेलन की दीवार पर डक्ट-टेप वाली केले की कलाकृति की नीलामी शुरू होने पर इसके बिकने का शुरुआती अनुमान से 1 से 1.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर था. लेकिन इसने तमाम अनुमानों को ध्वस्त कर दिया.
8 लाख यूएस डॉलर से शुरू हुई नीलामी कॉमेडियन नामक 2019 की कलाकृति के तीन संस्करण हैं. इन्हीं में से एक की नीलामी बुधवार शाम को सोथबी के न्यूयॉर्क में की गई. इस नीलामी में बोली 800,000 अमेरिकी डॉलर से शुरू हुई और जल्दी ही शुरुआती अनुमानों से आगे निकल गई. जब बोली 5.2 मिलियन यूएस डॉलर तक पहुंच गई तो नीलामीकर्ता ओलिवर बार्कर ने कहा मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 'एक केले के लिए 5 मिलियन डॉलर' कहूंगा.
आर्टवर्क के लिए 35 सेंट में खरीदा गया था केला सोथबी में प्रदर्शित केले को कथित तौर पर उस दिन पहले 35 सेंट में खरीदा गया था. सोथबी के चीन कार्यालय से जेन हुआ ने चीनी मूल के क्रिप्टो उद्यमी जस्टिन सन की ओर से अंतिम बोली लगाई, जो खरीदार के प्रीमियम सहित 6.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेंगे. बदले में, सन को एक केला और डक्ट टेप का एक रोल मिलेगा, साथ ही प्रामाणिकता का प्रमाण पत्र और ही एक गाइड बुक दी जाएगी. इसमें निर्देश होगा कि केले को कैसे बदलना है, अगर वे चाहें तो.
खरीदार खा जाएगा केला सन ने सोथबी को दिए एक बयान में कहा कि यह सिर्फ़ एक कलाकृति नहीं है, यह एक सांस्कृतिक घटना का प्रतिनिधित्व करती है जो कला, मीम्स और क्रिप्टोकरेंसी समुदाय की दुनिया को जोड़ती है. मुझे विश्वास है कि यह कृति भविष्य में और अधिक विचार और चर्चा को प्रेरित करेगी और इतिहास का हिस्सा बन जाएगी. सन ने कहा कि वह केले को खाने की योजना बना रहे हैं, ताकि कला इतिहास और लोकप्रिय संस्कृति दोनों में इसके स्थान का सम्मान किया जा सके.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.
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