ऑफिस में कीजिए रोमांस, तालाशिए पार्टनर, ये कंपनी देगी इनाम
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एक चीनी टेक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए डेटिंग प्रोग्राम शुरू किया है. इसके तहत एम्पलॉयी को डेटिंग एप पर रोमांस करने के लिए कैश पुरस्कार दिया जाता है.
एक चीनी कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए एक ऐसी पहल शुरू की है. जिसके बारे में सुनकर कोई भी चौंक जाए. दरअसल, एक टेक कंपनी अपने डेटिंग एप पर रोमांस करने के लिए अपने ही कर्मियों को कैश रिवार्ड दे रही है. इस वजह से यह चर्चा का विषय बना हुआ है. यह कंपनी अपने कर्मचारियों को काम के दौरान रोमांस करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है.
दक्षिणी चीन के शेनझेन में स्थित Insta360 अपने कर्मचारियों को एक-दूसरे के करीब लाने और खुशी बढ़ाने के प्रयास में एक डेटिंग प्रोग्राम शुरू किया है. इस प्रोग्राम के माध्यम से, कर्मचारी कंपनी के ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफ़ॉर्म पर अगर अपने माध्यम से किसी दूसरे बाहरी शख्स को लेकर यहां आते हैं तो उन्हें कैश पुरस्कार मिलेगा.
डेटिंग एप पर एक पोस्ट करने पर मिलेगा रिवार्ड साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार किसी कर्मी के पोस्ट से अगर कंपनी के बाहर का कोई सिंगल इस डेटिंग एप पर किसी से परिचित होता है तो ऐसे प्रत्येक पोस्ट के लिए कर्मचारी को 66 युआन (लगभग 770 रुपये) मिलते हैं. यह पहल तीन महीने पहले शुरू हुई है.
कंपनी से बाहर किसी से मिलने या किसी को एप पर लाने पर भी ईनाम अगर कोई कर्मचारी इस एप पर कंपनी के बाहर किन्हीं से मैच करता है और तीन महीने तक रिश्ता बनाए रखता है, तो कर्मचारी, उनके साथी और मैचमेकर दोनों को 1,000 युआन (करीब 11,700 रुपये) मिलेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, 11 नवंबर तक कंपनी के फोरम पर करीब 500 पोस्ट पब्लिश हो चुके हैं.
इस बीच, कंपनी ने अब तक सिंगल्स के बारे में पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्तियों को करीब 10,000 युआन (करीब 1.16 लाख रुपये) वितरित किए हैं. इस पहल को कर्मचारियों ने खूब सराहा है और एक कर्मचारी ने मजाक में कहा कि मेरी कंपनी मेरे लिए मेरी मां से ज़्यादा उत्सुक है.
सोशल मीडिया पर आ रही मिलीजुली प्रतिक्रिया इस कार्यक्रम को चीनी प्लेटफ़ॉर्म Douyin पर कई यूजर्स से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है. एक यूजर्स ने मजाकिया अंदाज़ में पूछा कि क्या कंपनी के पास कोई भर्ती योजना है? दूसरे व्यक्ति ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए.एक व्यक्ति ने इस विचार से असहमति जताते हुए कहा कि प्यार को पैसे से नहीं मापा जाना चाहिए.
जेेएनयू के टीचर्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि इससे पहले भी TISS ने मुंबई में इसी तरह की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें प्रो. पंडित ने हिस्सा लिया था. हालांकि, पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और यह आरोप है कि सेमिनार में दी गई प्रस्तुतियों का इस्तेमाल कुछ राजनीतिक संगठनों ने प्रवासन के पैटर्न को 'अवैध' साबित करने के लिए किया.
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यह दुनिया एक दूसरे के मदद से चलती है. सदियों से इंसानियत की बुनियाद यही रही है. मुश्किल में फंसे इंसान को सहारा देना और उसकी परेशानियों को दूर करना. लेकिन सोचिए, जब इसी इमोशन का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जाए तो क्या होगा? इमोशन्स का सहारा लेकर लोगों को धोखा देना.