
सऊदी अरब से भारत की ऐसी दोस्ती, डर रहा है पाकिस्तान... कहीं प्रिंस ये बड़ा खेल न कर दें
AajTak
सम्मेलन में शामिल लगभग सभी बड़े नेता वापस लौट चुके हैं. लेकिन सऊदी के क्राउन प्रिंस सोमवार को भी दिल्ली में थे. क्योंकि क्राउन प्रिंस भारत के राजकीय दौरे पर भी हैं और सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहम्मद बिन सलमान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई.
जी-20 समिट भारत के लिए बड़ी उपलब्धियों वाली समिट रही. इस समिट से कई देशों से नजदीकियां बढ़ी हैं, इस लिस्ट में पहला नाम सऊदी अरब है. भारत और सऊदी अरब की दोस्ती से चीन और पाकिस्तान अंदर ही अंदर घुट रहा है. क्योंकि पाकिस्तान को लग रहा है कि इन दोनों देशों की बढ़ती नजदीकियों की वजह से वो कहीं दूर न हो जाए.
दरअसल, G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आए सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की यात्रा से पाकिस्तान सरकार की सांसें अटकी हुईं हैं. सम्मेलन में शामिल लगभग सभी बड़े नेता वापस लौट चुके हैं. लेकिन सऊदी के क्राउन प्रिंस सोमवार देर रात लौटे. क्योंकि क्राउन प्रिंस भारत के राजकीय दौरे पर भी थे और सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहम्मद बिन सलमान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई.
बता दें, हाल के वर्षों में पीएम मोदी और क्राउन प्रिंस के बीच जो नजदीकी बढ़ी है, उसका असर दुनिया के कई बड़े मंचों पर दिखाई दे रहा है. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी का खाड़ी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर विशेष जोर रहा है, जिसमें सबसे ज्यादा सऊदी अरब के रिश्ते बेहतर हुए हैं. पीएम मोदी साल 2016 और 2019 में दो बार सऊदी अरब का दौरा कर चुके हैं.
कॉरिडोर पर सहमति बड़ी डील
G20 के मंच पर भारत से सऊदी अरब से होते हुए यूरोप तक बनने वाले कॉरिडोर के निर्माण का समझौता हुआ है. पीएम मोदी ने 9 सितंबर को दिल्ली में 'इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर' लॉन्च किया. इस परियोजना में अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ-साथ सऊदी अरब की अहम भूमिका है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद सामान दुबई से इजराइल में स्थित हाइफा बंदरगाह तक ट्रेन से जा सकता है और उसके बाद आसानी से यूरोप में एंट्री पा सकता है.
इसके अलावा भी G20 Summit के तीसरे दिन भारत और सऊदी अरब के बीच कई बड़े करार हुए. इनमें सबसे बड़ा करार सोलर पावर को लेकर है. दोनों देशों के बीच एनर्जी सेक्टर को लेकर एक करार हुआ है. इसके तहत सउदी अरब के साथ समुद्र के नीचे से पावर ट्रांसमिशन लाइन जोड़ी जाएगी. ये करार एनर्जी ट्रांसमिशन और स्टोरेज के लिए हो रहा है. इस करार के तहत दोनों देश के बीच ग्रिड कनेक्शन जोड़ा जाएगा. ये कनेक्शन समुद्र के नीचे से डीसी केबल बिछाने के चलते संभव हो सकेगा. इससे सूरज डूबने के बाद भी सऊदी अरब से सोलर पावर भारत को मिलता रहेगा. इस डील से एनर्जी सेक्टर में डिजिटल इंफ्रा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा दिया जाएगा.

Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में आज कच्चा तेल 70 डॉलर पहुंच गया है. ब्रेंट क्रूड आज 70.00 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 66.71 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज (बुधवार), 12 मार्च, 2025 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.