
वैक्सीन पर ढील के लिए WTO में दबाव बनाती रही सरकार, देश में खुद महीनों तक नहीं दी मंजूरी
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केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में ही WTO में दक्षिण अफ्रीका के साथ इस बात के लिए गठजोड़ किया था कि वैक्सीन आसानी से मिलना सुनिश्चित करने के लिए नियमों में ढील दी जाए. देश में कोवैक्सीन के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की फाइल पर सरकार छह महीने तक कुंडली मारे बैठी रही.
देश में कोविड वैक्सीन को लेकर हुई किल्लत के बीच इसे हर तरफ से हासिल करने का प्रयास बढ गया है. केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में ही विश्व व्यापार संगठन (WTO) में दक्षिण अफ्रीका के साथ इस बात के लिए गठजोड़ किया था कि विकासशील देशों को वैक्सीन आसानी से मिलना सुनिश्चित करने के लिए नियमों में ढील दी जाए. लेकिन दूसरी तरफ, यह भी सच है कि देश में कोवैक्सीन (COVAXIN) टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की फाइल पर सरकार छह महीने तक कुंडली मारे बैठी रही. इसके लिए पिछले साल मध्य अप्रैल में ही तीन पीएसयू को शॉर्टलिस्ट किया गया था. कोवैक्सीन का विकास भारत बायोटेक और इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने किया है.More Related News

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