
रिलायंस ने दिया अरब देशों को तगड़ा झटका, रूस के साथ मिलाया हाथ
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रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने रूस से जमकर क्रूड ऑयल की खरीदारी की है. सस्ते तेल की वजह से भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने रूस की ओर रुख किया है. हालांकि, रूस से क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर लागत बढ़ गई है.
यूक्रेन से छिड़ी जंग (Russia-Ukraine War) के बाद रूस ने अपने क्रूड ऑयल (Russia Crude Oil) को ग्लोबल रेट के मुकाबले कम दर पर बेचने का ऐलान किया था. इसके बाद से भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने तेल के आयात (India Crude Oil Import) के लिए रूस की तरफ रुख किया. लेकिन रूस से क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर अधिक लागत की वजह से भारत की रिफाइनरियों को कुछ खास फायदा नहीं हुआ. हालांकि, रूस का क्रूड ऑयल पहली बार अप्रैल में भारत के कुल तेल आयात का 5 फीसदी हिस्सा बन था. अब खबर है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने रूस से जमकर क्रूड ऑयल की खरीदारी की है.
रिलायंस ने बढ़ाया इंपोर्ट
मई में रिलायंस इंडस्ट्रीज के कुल क्रूड ऑयल के इंपोर्ट में पांचवा हिस्सा रूस से आया है. व्यापार के आंकड़ों के मुताबिक यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए थे. इसके बाद रूस ग्लोबल रेट से कम पर क्रूड ऑयल इंपोर्ट करने लगा. आंकड़ों से पता चलता है कि रिलायंस ने मई में प्रति दिन लगभग 1.4 मिलियन बैरल तेल का आयात किया, जो अप्रैल के मुकाबले 9.1 फीसदी अधिक है.
मिडिल ईस्ट से घटा आयात
मिडिल ईस्ट से रिलायंस ने अपने आयात को कम किया और ये 67 फीसदी से घटकर अप्रैल में 61 फीसदी रह गया. वहीं, रूस के नेतृत्व वाले C.I.S. देशों से क्रूड ऑयल का निर्यात 13 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गया. आंकड़ों से पता चलता है कि निजी रिफाइनरी ने मई में लगातार दूसरे महीने अमेरिकी तेल के इंपोर्ट से दूरी बनाए रखी.
रूस कम कीमतों पर बेच रहा तेल

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