राज्यसभा में बोलीं निर्मला सीतारमण- हां... कीमतें बढ़ी हैं, इससे कोई इनकार नहीं कर रहा...
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राज्यसभा से पहले लोकसभा (Lok Sabha) में महंगाई के मुद्दे पर बहस के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने विपक्ष के तमाम सवालों के जवाब दिए थे. उन्होंने माना की देश में इस वक्त महंगाई है, लेकिन यूपीए (UPA) की सरकार के कार्यकाल के मुकाबले कम है.
देशभर में बढ़ती महंगाई (Inflation) के मुद्दे पर लोकसभा में बहस के बाद, मंगलवार को राज्यसभा में भी चर्चा हुई. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों (Price Rise) पर चर्चा के जवाब में बड़ा बयान दिया. विपक्ष के सवालों के जवाब में सीतारमण ने कहा कि हम भाग नहीं रहे हैं और कोई इस बात से इनकार नहीं कर रहा कि कीमतें बढ़ रही हैं.
महंगाई पर जोरदार बहस राज्यसभा (Rajya Sabha) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने महंगाई पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि कोई भी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि की बात से इनकार नहीं कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हम भाग नहीं रहे हैं, हमारी महंगाई दर का एक बैंड रहता है. फिलहाल, महंगाई दर 7 फीसदी पर है. सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) दोनों इसे कम करने की कोशिश में लगे हुए हैं. और फिर महंगाई बेकाबू नहीं है.
खाद्य वस्तुओं पर टैक्स के मामले में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये पहली बार नहीं है कि देश में खाने पीने की वस्तुओं पर टैक्स लगाया जा रहा है. GST से पहले इन चीजों पर 22 राज्यों में VAT था. ये कहना बहुत आसान है कि ये पहले कभी हुआ ही नहीं है.
आरबीआई के लक्ष्य से ऊपर महंगाई निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी कोशिश है कि किसी भी तरह से महंगाई दर (Inflation Rate) को 7 फीसदी से नीचे रखा जाए. गौरतलब है कि देश में खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक (RBI) के निर्धारित लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है. आरबीआई ने इसे 2 से 6 फीसदी के बीच रखने का लक्ष्य तय किया है. महंगाई को काबू में करने के लिए बीते दिनों लगातार दो बार आरबीआई रेपो रेट में इजाफा कर चुकी है. जबकि, बुधवार से शुरू होने वाली एमपीसी की बैठक में रेपो रेट में और बढ़ोतरी की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
रेपो रेट में इजाफे की संभावना महंगाई दर लगातार 7 फीसदी के ऊपर रहने के चलते रिजर्व बैंक के गवर्नर खुद इसे काबू में करने के लिए रेपो रेट में एक और बढ़ोतरी के संकेत दे चुके हैं. इस संबंध में जारी मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इस बार नीतिगत दरों में 0.35 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है. ऐसा होता है तो फिर इसका असर सभी तरह के लोन पर पड़ेगा और वे महंगे हो जाएंगे. इसके साथ ही आपकी ईएमआई भी बढ़ जाएगी.
लोकसभा में महंगाई पर ये बोलीं सीतारमण राज्यसभा से पहले लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर बहस के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने विपक्ष के तमाम सवालों के जवाब दिए थे. उन्होंने माना कि देश में इस वक्त महंगाई है, लेकिन यूपीए (UPA) की सरकार के कार्यकाल के मुकाबले कम है. इस बीच मंदी के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि भारत में मंदी आने की कोई आशंका नहीं है. देश की अर्थव्यवस्था मजबूत है और बेहतर तरीके से आगे बढ़ रही है.
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