महिला सैनिकों की टुकड़ी से मिलने पहुंचे नेतन्याहू, पढ़ें- काराकल बटालियन कितनी घातक
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इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इन महिला सैनिकों से मिलने के बाद कहा कि दर्जनभर से ज्यादा आतंकियों का खात्मा करने वालीं काराकल रेजिमेंट की महिला सैनिकों के साथ हूं. उनके अदम्य साहस को सलाम है.
इजरायल और हमास जंग के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार को इजरायली सेना की महिला सैनिकों से मिलने मोर्चे पर पहुंचे. ये महिला सैनिक इजरायल की काराकल रेजिमेंट से जुड़ी हुई हैं. देश की रक्षा में इस बटालियन का बहुत बड़ा रोल है.
नेतन्याहू ने इन महिला सैनिकों से मिलने के बाद कहा कि दर्जनभर से ज्यादा आतंकियों का खात्मा करने वालीं काराकल रेजिमेंट की महिला सैनिकों के साथ हूं. उनके अदम्य साहस को सलाम है.
कितनी खतरनाक है काराकल बटालियन?
इजरायली सेना की काराकल बटालियन का 2000 में गठन किया गया था. यह इजरायल की पहली बटालियन है, जिसमें पुरुषों के साथ-साथ महिला सैनिकों की भी भर्तियां की गई थीं. इस बटालियन के गठन से पहले इजरायल में महिलाओं को सीधे तौर पर युद्ध के मोर्चे पर नहीं भेजा जाता था. इसे इजरायल की सबसे खतरनाक बटालियन में से एक माना जाता है.
काराकल बटालियन में शामिल लगभग 2,00,000 सैनिकों में से लगभग एक चौथी महिलाएं हैं. साल 2009 के बाद से इस बटालियन में लगभग 70 फीसदी महिलाएं हैं. यह बटालियन इजरायल से सटी मिस्र और जॉर्डन की सीमा पर मुख्य तौर पर गश्ती का काम करती है.
हमास के 100 लड़ाकों को ढेर कर चुकी हैं महिला सैनिक
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.