पाकिस्तान को 'दान' में मिला ग्वादर एयरपोर्ट? जानिए चीन के दावे पर क्या सोचते हैं PAK के नागरिक
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मार्च 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी. वहीं, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अक्टूबर 2024 में किया था.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) का एयरक्राफ्ट, सोमवार को नए ग्वादर इंटरनेशनल ग्वादर एयरपोर्ट पर उतरा, तो उसका ट्रेडिशनल वाटर सैल्यू के साथ स्वागत किया गया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे चीन के साथ दोस्ती का एक शानदार प्रतीक बताया. वहीं, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के मुखपत्र Global Times ने इसे 'दान' करार दिया है.
Global Times के सोशल मीडिया हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा गया, "चीन द्वारा दान किए गए नए ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने सोमवार को आधिकारिक रूप से ऑपरेशन शुरू कर दिया है. कराची से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की पहली फ्लाइट PIA503, एयरपोर्ट पर पहुंची."
'दोस्ती का प्रतीक...'
Xinhua की रिपोर्ट के मुताबिक, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को कहा कि देश के दक्षिण-पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत में स्थित नया ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती का एक शानदार प्रतीक है."
Global Times की एक रिपोर्ट में कहा गया, "शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोग और सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों और आधुनिक सुविधाओं के साथ एयरपोर्ट के निर्माण के लिए चीन के आभारी है."
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के लिए अमेरिका में गर्मजोशी देखी जा रही है. सड़कों पर ट्रंप समर्थकों की भारी भीड़ नजर आ रही है. ट्रंप के इस शपथ ग्रहण की पूरी कवरेज के लिए आजतक की टीम भी ग्राउंड पर है. अंजना ओम कश्यप, गौरव सांवत और रोहित शर्मा अमेरिका से शपथ ग्रहण की हर पल की अपडेट दे रहे हैं.
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र लेकर गए हैं, जिसे वह शपथ ग्रहण समारोह के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को सौंपेंगे. बता दें कि ट्रंप अब से कुछ देर में वाशिंगटन डीसी के कैपिटल रोटुंडा में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे.
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने चीन के विस्तारवाद को रोकने की बड़ी चुनौती है. ट्रंप की टीम का मानना है कि चीन को काबू करने के लिए भारत को साथ लेना होगा. ट्रंप ने अप्रैल में भारत और चीन की यात्रा की इच्छा जताई है. उनकी टीम में कई भारतवंशी और हिंदू शामिल हैं, जो भारत के पक्ष में नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. VIDEO
अब से कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण से पहले साफ कर दिया है वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते ही 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करेंगे. हालांकि, उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बॉर्डर को मजबूत करेंगे. जैसा की उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था.
आज यानी 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. अमेरिका के रहवासियों में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. शपथ समारोह को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में सुरक्षा बेहद सख्त है. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह आज रात 10.30 बजे (भारतीय समय) होने वाला है.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा है. पुलिसकर्मियों की गाड़ियां लगातार पूरे इलाके की रेकी कर रही हैं. सबसे कड़ा पहरा कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच आज तक की टीम वॉशिंगटन डीसी में तैनात है. पढ़िए, रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट...
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.