'अमेरिका का स्वर्णिम दौर शुरू', राष्ट्रपति बनने के बाद पहले संबोधन में क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप
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अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को शपथ ली. शपथ लेने के बाद दिए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि 'अमेरिका का स्वर्णिम काल अभी से शुरू हो गया है.' ट्रंप ने कहा कि अब दुनिया में कोई भी देश हमारा इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को शपथ ली. शपथ लेने के बाद दिए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि 'अमेरिका का स्वर्णिम काल अभी से शुरू हो गया है.' ट्रंप ने कहा कि अब दुनिया में कोई भी देश हमारा इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में कहा, 'अमेरिका के स्वर्णिम युग की शुरुआत हो गई है. हम अपनी संप्रभुता बनाए रखेंगे. दुनिया हमारा इस्तेमाल नहीं कर सकेगी. अमेरिका में अब घुसपैठ नहीं होगी.' इस दौरान एक बार फिर ट्रंप ने मेक अमेरिका ग्रेट अगेन का नारा दोहराया. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में अब सेंसरशिप नहीं होगी.
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि आज की तारीख अमेरिकियों के लिए आजादी का दिन है. अब हमारे देश का कोई भी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. जो भी इस देश का इस्तेमाल करेगा उसे सबक सिखाया जाएगा. ट्रंप ने अपने ऊपर चुनाव प्रचार के दौरान हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि वह इसलिए ही बच गए क्योंकि उन्हें अमेरिका को बहुत आगे ले जाना है.
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'पूरे देश में अमेरिका का सम्मान होगा' ट्रंप ने कहा, 'आज से, हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में हमारा सम्मान किया जाएगा. हम किसी देश को खुद का अब और फायदा उठाने की अनुमति नहीं देंगे. हमारी संप्रभुता को दोबारा हासिल किया जाएगा. हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी. हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता एक ऐसा राष्ट्र बनाना होगा जो गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र हो.'दक्षिणी सीमा पर लगाई इमरजेंसी
राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप ने अपने पहले भाषण में कहा, 'हम अपनी दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की घोषणा करते हैं.' ट्रंप ने मेक्सिको के साथ लगती अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सेना भेजने का भी ऐलान किया है. उन्होंने कहा, 'अवैध प्रवासियों को वहीं छोड़कर आएंगे जहां से वो आए हैं.'
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि आज कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे. पकड़ने और छोड़ने की प्रथा ख़त्म, दक्षिणी सीमा पर सैनिक भेजेंगे.
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने चीन के विस्तारवाद को रोकने की बड़ी चुनौती है. ट्रंप की टीम का मानना है कि चीन को काबू करने के लिए भारत को साथ लेना होगा. ट्रंप ने अप्रैल में भारत और चीन की यात्रा की इच्छा जताई है. उनकी टीम में कई भारतवंशी और हिंदू शामिल हैं, जो भारत के पक्ष में नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. VIDEO
अब से कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण से पहले साफ कर दिया है वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते ही 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करेंगे. हालांकि, उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बॉर्डर को मजबूत करेंगे. जैसा की उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था.
आज यानी 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. अमेरिका के रहवासियों में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. शपथ समारोह को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में सुरक्षा बेहद सख्त है. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह आज रात 10.30 बजे (भारतीय समय) होने वाला है.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा है. पुलिसकर्मियों की गाड़ियां लगातार पूरे इलाके की रेकी कर रही हैं. सबसे कड़ा पहरा कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच आज तक की टीम वॉशिंगटन डीसी में तैनात है. पढ़िए, रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट...
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.