'ट्रंप के खिलाफ कुछ नहीं किया तो यूरोप को कुचल दिया जाएगा', शपथ ग्रहण से पहले बोले फ्रांस के PM
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अमेरिका में ट्रंप की ताजपोशी की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. कई दशकों में ऐसा पहली बार हो रहा है जबकि राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह खुले में ना होकर अमेरिकी संसद के भीतर होगा. अमेरिका में कड़कड़ाती ठंड की वजह से संसद के भीतर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी पर दुनियाभर की नजर है. इससे पहले दुनिया के तमाम नेता इसे लेकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसी बीच, फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रेंकोइस बायरू ने एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने ट्रंप की शपथ ग्रहण से पहले सोमवार को कहा कि अगर फ्रांस और यूरोप डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का मुकाबला करने के लिए कुछ नहीं करते हैं तो उन पर हावी होने, कुचले जाने और हाशिए पर जाने का खतरा है।
क्या बोले फ्रांस के पीएम
फ्रांस के पीएम ने कहा, 'राष्ट्रपति के उद्घाटन के साथ ने एक ऐसी राजनीति पर फैसला लिया है जो अविश्वसनीय रूप से हावी है… अगर हम कुछ नहीं करते हैं तो हम पर प्रभुत्व स्थापित किया जाएगा, हमें कुचल दिया जाएगा, हम हाशिए पर डाल दिया जाएगा. आगे की राह फ्रांस और यूरोप के लोगों पर निर्भर है.'
बता दें कि अमेरिका में ट्रंप की ताजपोशी की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. कई दशकों में ऐसा पहली बार हो रहा है जबकि राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह खुले में ना होकर अमेरिकी संसद के भीतर होगा. अमेरिका में कड़कड़ाती ठंड की वजह से संसद के भीतर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है.
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ये दिग्गज शपथ ग्रहण में होंगे शामिल
अब से कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण से पहले साफ कर दिया है वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते ही 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करेंगे. हालांकि, उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बॉर्डर को मजबूत करेंगे. जैसा की उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था.
आज यानी 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. अमेरिका के रहवासियों में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. शपथ समारोह को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में सुरक्षा बेहद सख्त है. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह आज रात 10.30 बजे (भारतीय समय) होने वाला है.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा है. पुलिसकर्मियों की गाड़ियां लगातार पूरे इलाके की रेकी कर रही हैं. सबसे कड़ा पहरा कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच आज तक की टीम वॉशिंगटन डीसी में तैनात है. पढ़िए, रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट...
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं, वो फ्लोरिडा से स्पेशल विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे. इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 नाम दिया गया था. मिशन-47 का मतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे. ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर एक तरफ उनके विरोधी गुस्से में हैं, जबकि उनके समर्थक निराश हैं. निराशा की वजह संसद के अंदर होने वाला शपथ ग्रहण है.