ट्रंप के लिए PM मोदी ने भेजा खास लेटर, शपथ ग्रहण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को पत्र सौंपेंगे जयशंकर
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सूत्रों ने सोमवार को बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र लेकर गए हैं, जिसे वह शपथ ग्रहण समारोह के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को सौंपेंगे. बता दें कि ट्रंप अब से कुछ देर में वाशिंगटन डीसी के कैपिटल रोटुंडा में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे.
विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल रहे हैं, जहां वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. इसी बीच सूत्रों ने दावा किया है कि विदेश में अपने साथ ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक विशेष पत्र भी ले गए हैं.
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र लेकर गए हैं. सूत्रों ने कहा कि जयशंकर सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में उनके विशेष दूत के रूप में पीएम मोदी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. ट्रंप अब से कुछ देर में वाशिंगटन डीसी के कैपिटल रोटुंडा में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे.
विदेश मंत्री ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की औपचारिकताओं की तस्वीरें एक्स पर शेयर की हैं. इन तस्वीरों को शेयर कर उन्होंने एक्स पर लिखा, आज वाशिंगटन डीसी में संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री मोदी के विशेष दूत के रूप में प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. आज सुबह सेंट जॉन्स चर्च में उद्घाटन समारोह की प्रार्थना सभा में भाग लिया.
सूत्रों ने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री की उपस्थिति राज्य और सरकार के प्रमुखों के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए विशेष दूत भेजने की भारत की सामान्य प्रथा के अनुरूप है.
सरकार के प्रतिनिधियों को तौर पर जाते रहें हैं मंत्री
सूत्रों ने पिछले दिनों का हवाला देते हुए कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मई 2023 में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए, जबकि तत्कालीन पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू नवंबर 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे.
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने चीन के विस्तारवाद को रोकने की बड़ी चुनौती है. ट्रंप की टीम का मानना है कि चीन को काबू करने के लिए भारत को साथ लेना होगा. ट्रंप ने अप्रैल में भारत और चीन की यात्रा की इच्छा जताई है. उनकी टीम में कई भारतवंशी और हिंदू शामिल हैं, जो भारत के पक्ष में नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. VIDEO
अब से कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण से पहले साफ कर दिया है वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते ही 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करेंगे. हालांकि, उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बॉर्डर को मजबूत करेंगे. जैसा की उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था.
आज यानी 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. अमेरिका के रहवासियों में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. शपथ समारोह को देखते हुए वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में सुरक्षा बेहद सख्त है. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह आज रात 10.30 बजे (भारतीय समय) होने वाला है.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा है. पुलिसकर्मियों की गाड़ियां लगातार पूरे इलाके की रेकी कर रही हैं. सबसे कड़ा पहरा कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच आज तक की टीम वॉशिंगटन डीसी में तैनात है. पढ़िए, रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट...
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं, वो फ्लोरिडा से स्पेशल विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे. इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 नाम दिया गया था. मिशन-47 का मतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे. ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर एक तरफ उनके विरोधी गुस्से में हैं, जबकि उनके समर्थक निराश हैं. निराशा की वजह संसद के अंदर होने वाला शपथ ग्रहण है.