ट्रंप की शपथ में बस कुछ ही घंटे... 100 फाइलें तैयार, पहले ही दिन हलचल मचाने के मूड में
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डोनाल्ड ट्रंप जिन 100 फाइलों पर अपने कार्यकाल के पहले दिन ही साइन करेंगे. उनमें से अधिकतर ऐसे चुनावी वादे हैं, जिन्हें उन्होंने पूरा करना है. ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह कार्यकाल के पहले ही दिन रिकॉर्ड बनाने की योजना बना रहे हैं. वह इस दिन रिकॉर्ड संख्या में आदेश जारी करेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर आज शपथ लेने जा रहे हैं. अमेरिका में कड़ाके की ठंड की वजह से ट्रंप कैपिटल हिल के भीतर शपथ लेंगे. शपथ लेने के बाद ट्रंप व्हाइट हाउस पहुंचते ही 100 फाइलों पर साइन कर सकते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप जिन 100 फाइलों पर अपने कार्यकाल के पहले दिन ही साइन करेंगे. उनमें से अधिकतर ऐसे चुनावी वादे हैं, जिन्हें उन्हें पूरा करने का है. ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह कार्यकाल के पहले ही दिन रिकॉर्ड बनाने की योजना बना रहे हैं. वह इस दिन रिकॉर्ड संख्या में आदेश जारी करेंगे.
ट्रंप जिन फाइलों पर साइन करेंगे. वे दरअसल कार्यकारी (एग्जिक्यूटिव) आदेश होंगे. इस तरह के आदेश राष्ट्रपति एकतरफा तरीके से जारी करते हैं. इनके लिए संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं होती. हालांकि, इन फैसलों को अदालत में चुनौती दी जा सकती है.
ट्रंप के एक सहयोगी स्टीफन मिलर ने बताया कि ये कार्यकारी आदेश मुख्य रूप से देश की दक्षिणी सीमा को सील करने, मास डिपोर्टेशन, महिलाओं की खेल प्रतिस्पर्धा में ट्रांसजेंडर्स को शामिल करने से रोकना और टैरिफ से जुड़े हो सकते हैं. इसके अलावा 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद पर हमले के दोषियों को माफ करना भी इनमें शामिल हो सकता है.
बता दें कि बाइडेन के कई फैसलों को ट्रंप पलट सकते हैं. जिनमें पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट, जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर लगे प्रतिबंधों को हटाना और तेल की ड्रीलिंग शामिल है.
क्या वाकई एक दिन के तानाशाह होंगे ट्रंप?
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं, वो फ्लोरिडा से स्पेशल विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे. इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 नाम दिया गया था. मिशन-47 का मतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे. ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर एक तरफ उनके विरोधी गुस्से में हैं, जबकि उनके समर्थक निराश हैं. निराशा की वजह संसद के अंदर होने वाला शपथ ग्रहण है.
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने पिछले दिनों दुबई में तालिबान के कार्यकारी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की है. इस मुलाकात ने कई बहसों को जन्म दिया है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर भारत, तालिबान की ओर क्यों दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है? इस रिश्ते के मायने क्या हैं? इसके फायदे क्या हैं?