ट्रंप की ताजपोशी: कैपिटल हिल के बाहर बैरिकेडिंग, वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा... रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट
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डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले वॉशिंगटन डीसी में कड़ा पहरा है. पुलिसकर्मियों की गाड़ियां लगातार पूरे इलाके की रेकी कर रही हैं. सबसे कड़ा पहरा कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच आज तक की टीम वॉशिंगटन डीसी में तैनात है. पढ़िए, रोहित शर्मा की ग्राउंड रिपोर्ट...
डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथग्रहण समारोह आज रात 10.30 बजे (भारतीय समय) होने वाला है. यह भव्य शपथ ग्रहण समारोह वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद भवन) में होगा.
डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी को कवर करने के लिए आज तक के रिपोर्टर्स की स्पेशल टीम ग्राउंड पर तैनात है, जो पल-पल के अपडेट्स लोगों तक पहुंचा रही है. इस टीम में शामिल आज तक के रिपोर्टर रोहित शर्मा भी वॉशिंगटन डीसी से सभी अपडेट दे रहे हैं तो पढ़िए उनकी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
कैपिटल हिल: आम आदमी की एंट्री बैन
वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में सुरक्षा बेहद सख्त है. यहां एक दिन पहले से ही बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. हालांकि, पूरे वॉशिंगटन डीसी में ही पुलिस का कड़ा पहरा है, लेकिन कैपिटल हिल की सिक्योरिटी सबसे ज्यादा कड़ी है. आम दिनों में कोई भी कैपिटल हिल बिल्डिंग देखने जा सकता है, लेकिन अभी ये व्यवस्था बंद कर दी गई है. किसी भी बाहरी शख्स की एंट्री बैन है. सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी लगातार इलाके की रेकी कर रहे हैं.
कैसे अस्तित्व में आया वाइट हाउस?
1792 में अमेरिकी सरकार ने तय किया कि वॉशिंगटन डीसी में राष्ट्रपति का एक अधिकारिक आवास होना चाहिए और इसके साथ ही निर्माण भी शुरू हो गया. जॉन एडम्स अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने, जिन्होंने 1800 में वाइट हाउस को अपना निवास और वर्किंग ऑफिस भी बनाया. हालांकि, जब यह बना था तो इसका नाम व्हाइट हाउस नहीं था. आगे वीडियो में देखिए व्हाइट हाउस का पूरा इतिहास...
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए क्या मायने हैं? इस सवाल के जवाब में लंबे समय से अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स ने बताया कि हमारे ख्याल से आज हिंदू जाग गया है और हिंदुओं ने ट्रंप को वोट किया है. अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भारत के डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी प्रोफेशनल का बहुत योगदान रहा है. हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के संबंध अच्छे बने रहे.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं, वो फ्लोरिडा से स्पेशल विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे. इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 नाम दिया गया था. मिशन-47 का मतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे. ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर एक तरफ उनके विरोधी गुस्से में हैं, जबकि उनके समर्थक निराश हैं. निराशा की वजह संसद के अंदर होने वाला शपथ ग्रहण है.
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने पिछले दिनों दुबई में तालिबान के कार्यकारी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की है. इस मुलाकात ने कई बहसों को जन्म दिया है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर भारत, तालिबान की ओर क्यों दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है? इस रिश्ते के मायने क्या हैं? इसके फायदे क्या हैं?